Q1FY25 Results: इंजीनियरिंग समूह लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 11.7 फीसदी बढ़ा है। उच्च राजस्व और बेहतर निष्पादन के कारण कंपनी का प्रदर्शन दमदार रहा है। समीक्षाधीन तिमाही में एलऐंडटी का समेकित शुद्ध लाभ 2,786 करोड़ रुपये रहा। समीक्षाधीन अवधि में राजस्व भी एक साल पहले के मुकाबले 15.1 फीसदी बढ़कर 55,210 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एलऐंडटी प्रबंधन ने एक साल पहले के मुकाबले राजस्व में 15 फीसदी और ऑर्डर प्रवाह में 10 फीसदी वृद्धि का अनुमान लगाया था। एलऐंडटी प्रबंधन का अनुमान था कि प्रमुख मार्जिन 8.25 फीसदी रहेगी। कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि अनुमान सही साबित हुए।
कंपनी ने कहा कि जून 2024 तक बकाया ऑर्डरबुक 4.90 लाख करोड़ रुपये थी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर की हिस्सेदारी 38 फीसदी थी। कंपनी ने एक साल पहले के मुकाबले 8 फीसदी वृद्धि के साथ 70,936 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर हासिल किए। कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि इसका बड़ा श्रेय अंतरराष्ट्रीय बाजार से खासकर पश्चिम एशिया से मिले ऑर्डर को दिया जाता है। कंपनी ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर 32,598 करोड़ रुपये के थे, जो कुल ऑर्डर का 46 फीसदी है।’
कंपनी ने कहा कि पिछली तिमाही में देश में आम चुनाव होने के कारण घरेलू ऑर्डर में एक साल पहले के मुकाबले वृद्धि एक फीसदी कम थी और यह अपेक्षित भी थी। कंपनी ने ब्लूमबर्ग के अनुमानों को धता बता दिया, जिसमें 13 विश्लेषकों ने 53,600 करोड़ रुपये के राजस्व का और सात विश्लेषकों ने 2,639 करोड़ रुपये की शुद्ध आय का अनुमान लगाया था। क्रमिक आधार पर एलऐंडटी का मुनाफा 36.6 फीसदी कम हुआ है और राजस्व में 17.8 फीसदी की गिरावट आई है।
निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ ने प्रीमियम में अच्छी वृद्धि की बदौलत वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में पिछले साल की तुलना में 34.3 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है और यह बढ़कर 519.52 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में इसका नए कारोबार का मूल्य पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत बढ़कर 970 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 870 करोड़ रुपये था। नए कारोबार का मूल्य शेयरधारकों के लिए भविष्य के सभी लाभों का वर्तमान मूल्य होता है, जिसे नए कारोबारी अनुबंध के समय आंका जाता है।
अलबत्ता कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के दौरान नए कारोबार के मूल्य के मार्जिन में 26.8 प्रतिशत की दर के साथ कमी दर्ज की है। पिछले साल इसी अवधि में यह 28.8 प्रतिशत था। यह मार्जिन जीवन बीमा कंपनियों का लाभ मापने का पैमाना होता है।
इस बीच वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कंपनी के नए कारोबार का प्रीमियम सालाना आधार पर 13 प्रतिशत तक बढ़कर 7,030 करोड़ रुपये हो गया। यह एक साल पहले की इसी अवधि में 6,210 करोड़ रुपये था। इस दौरान इसकी सालाना प्रीमियम समतुल्य (एपीई) राशि पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़कर 3,640 करोड़ रुपये हो गई। एपीई पहले वर्ष के नियमित प्रीमियम और 10 प्रतिशत भारित एकल प्रीमियम का योग होता है। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूएलआईपी) का कुल योजना मिश्रण में 61 प्रतिशत हिस्सा रहा जो पिछले साल इसी अवधि में 53 प्रतिशत था।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) का शुद्ध लाभ मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एक साल पहले के मुकाबले 8.63 फीसदी कम होकर 400.65 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 438.5 करोड़ रुपये था। मगर तिमाही आधार पर कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) वितरण कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 379.5 करोड़ रुपये से 5.55 फीसदी बढ़ा।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कंपनी का परिचालन से राजस्व 3,891.4 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की इसी तिमाही के 3,761.8 करोड़ रुपये से 3.4 फीसदी अधिक है। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी के राजस्व में 1.8 फीसदी की मामूली गिरावट आई है। ऊंचे राजस्व के बावजूद शुद्ध लाभ में गिरावट का मुख्य कारण अधिक व्यय है, जो कारोबार में 2,482 करोड़ रुपये के स्टॉक की खरीद के कारण है। आईजीएल की कुल मात्रात्मक वृद्धि पहली तिमाही में 5.3 फीसदी बढ़कर 78.6 करोड़ स्टैंडर्ड घन मीटर (एससीएम) रही। यह बीते साल की इसी अवधि में 74.62 करोड़ घन मीटर थी। कंपनी गेल, तेल विपणन कंपनी बीपीसीएल और दिल्ली सरकार का संयुक्त उद्यम है, जिनकी कंपनी में कुल 50 फीसदी हिस्सेदारी है।
बजाज फिनसर्व लिमिटेड (बीएफएल) का वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 10 फीसदी बढ़कर 2,138 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी ने पिछले साल की समान अवधि में 1,943 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था।
बीएफएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 31,480 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल समान तिमाही में यह 23,280 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का कुल व्यय बढ़कर 25,514 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में यह 18,157 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही में बजाज फिनसर्व की अनुषंगी कंपनी बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस का मुनाफा 39 फीसदी बढ़कर 576 करोड़ रुपये हो गया। एक अन्य अनुषंगी इकाई बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस का मुनाफा सालाना आधार पर 94 करोड़ रुपये से बढ़कर 104 करोड़ रुपये हो गया।
बीते वित्त वर्ष में घरेलू सेवा फर्म अर्बन कंपनी ने मुनाफा कमाया और उसका संयुक्त शुद्ध राजस्व 30 फीसदी बढ़कर 827 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2024 में अर्बन कंपनी ने अपने संयुक्त घाटे को कम कर 93 करोड़ रुपये किया। यह वित्त वर्ष 2023 में हुए 312 करोड़ रुपये के घाटे से 70 फीसदी कम है। जून 2024 तिमाही में कंपनी ने पहली बार परिचालन मुनाफा दर्ज किया है।
कंपनी ने कहा यह वृद्धि मुख्य तौर पर सेवा गुणवत्ता में निवेश, पार्टनरों के प्रशिक्षण, उन्नत प्रौद्योगिकी और पानी स्वच्छ करने वाले उपकरण नेटिव आरओ की पेशकश से हुई है। पिछले साल अक्टूबर में अर्बन कंपनी वाटर प्योरिफायर उद्योग में नेटिव की पेशकश के साथ उतरी थी। इसकी क्षमता 12 हजार लीटर तक बगैर फिल्टर को बदले पानी को स्वच्छ करने की है।
वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 25 हजार पार्टनरों को प्रशिक्षत और उनका कौशल विकास किया है। कंपनी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम पर 138 करोड़ रुपये का निवेश किया और उसका कुल निवेश 524 करोड़ रुपये रहा।
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टॉरंट फार्मा का शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 21 फीसदी बढ़कर 457 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले साल की इसी अवधि में 378 करोड़ रुपये था। जून में समाप्त तिमाही में परिचालन से कंपनी की आमदनी एक साल पहले के मुकाबले 10 फीसदी बढ़कर 2,859 करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 2,591 करोड़ रुपये थी।
परिचालन के स्तर पर टॉरंट फार्मा का एबिटा 904 करोड़ रुपये रहा और एबिटा मार्जिन 32 फीसदी रहा। तिमाही आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 1.78 फीसदी बढ़ा जबकि राजस्व में 4.15 फीसदी की वृद्धि हुई। जून तिमाही में कंपनी का भारतीय कारोबार 15 फीसदी बढ़ा। फोकस थेरेपी में बेहतर प्रदर्शन से वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के 1,426 करोड़ रुपये के मुकाबले उसका राजस्व 1,635 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने यह भी बताया कि उसने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत में अपने नए पोटेशियम-कंपिटेटिव एसिड ब्लॉकर (पी-सीएबी) वोनोप्राजन के व्यवसायीकरण के लिए ताकेडा फार्मास्युटिकल्स के साथ गैर-विशेष लाइसेंसिंग करार किया है। इसका उपयोग एसिड से संबंधित गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) के इलाज के लिए किया जाता है।
निजी क्षेत्र के ऋणदाता ऐक्सिस बैंक ने जून में समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) के दौरान शुद्ध लाभ में मामूली वृद्धि दर्ज की है। ऋण की वापसी न होने पर ज्यादा प्रावधान करने से ऐसा हुआ है। पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ पिछले साल के मुकाबले चार प्रतिशत बढ़कर 6,035 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 5,797 करोड़ रुपये था। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने 6,510 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था।
पहली तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत बढ़कर 13,448 करोड़ रुपये हो गई, जिसे अग्रिम में सतत वृद्धि से सहायता मिली। शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम), जो बैंकों के लाभ का पैमाना होता है, 4.05 प्रतिशत रहा। इसमें पिछले साल की तुलना में पांच आधार अंकों और पिछली तिमाही के मुकाबले एक आधार अंक की कमी आई।
इस तिमाही में ऋणदाता की प्रावधान राशि और आकस्मिक व्यय 2,039 करोड़ रुपये रहे। वित्त वर्ष 24 चौथी तिमाही में यह व्यय 1,185 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 1,035 करोड़ रुपये था। ऋण हानि प्रावधान सालाना आधार पर बढ़कर दोगुने से ज्यादा हो गए और तिमाही आधार पर तीन गुना बढ़कर 2,551 करोड़ रुपये हो गए।
दक्षिण भारत के फेडरल बैंक का वित्त वर्ष 2024-25 की जून में समाप्त तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 16.74 फीसदी बढ़कर 1,027.51 करोड़ रुपये हो गया। बैंक को बट्टे खाते में डाले गए खातों से अधिक वसूली से मदद मिली।
निजी क्षेत्र के इस ऋणदाता का शुद्ध लाभ एकल आधार पर बढ़कर 1,009.53 करोड़ रुपये हो गया, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 853.74 करोड़ रुपये था। अग्रिमों में करीब 20 फीसदी की वृद्धि के कारण समीक्षाधीन (अप्रैल-जून) तिमाही में बैंक की मुख्य शुद्ध ब्याज आय 19 फीसदी बढ़कर 2,292 करोड़ रुपये हो गई, जबकि मार्जिन पिछले साल की समान तिमाही के 3.21 फीसदी से घटकर 3.16 फीसदी रह गया।
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी श्यामराम श्रीनिवासन ने पत्रकारों को बताया कि बैंक का लक्ष्य शुद्ध ब्याज मार्जिन को 3.15 से 3.25 फीसदीके बीच रखना है। उन्होंने कहा कि बैंक अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और नए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी के वी एस मण्यन के नेतृत्त्व में भी ऐसा प्रदर्शन जारी रहेगा।