भारतीय आवासीय बाजार घटती बिक्री और नई आपूर्ति के बीच जहां स्थिर होता दिख रहा है, वहीं कमर्शियल ऑफिस मार्केट लगातार बढ़ रहा है। रियल एस्टेट क्षेत्र के शीर्ष 7 शहरों में इस साल के पहले 9 माह के दौरान ऑफिस किराया, मांग और निर्माण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऑफिस वैकेंसी में कमी आई है।
संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक समूह के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक 2025 के पहले 9 माह के दौरान ऑफिस के औसत मासिक किराये में 6 फीसदी की सालाना वृद्धि हुई है। यह पिछले साल के पहले 9 माह के औसत मासिक किराया 85 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर इस साल की समान अवधि में 90 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया। बेंगलूरु में सबसे अधिक 9 फीसदी ऑफिस के किराये में वृद्धि हुई।
दिलचस्प बात यह है कि शीर्ष 7 शहरों में नए ऑफिस के निर्माण में वृद्धि के बावजूद औसत वैकेंसी लेवल में 3 फीसदी वार्षिक गिरावट देखी गई। 2024 के पहले 9 माह में वैकेंसी लेवल 16.70 फीसदी था, जो 2025 के पहले 9 माह में घटकर 16.20 फीसदी रह गया। चेन्नई एकमात्र ऐसा शहर है, जहां ऑफिस वैकेंसी सिंगल डिजिट में 8.90 फीसदी दर्ज की गई, जो सभी शीर्ष शहरों में सबसे कम है। सबसे ज्यादा 26.50 फीसदी वैकेंसी हैदराबाद में रही। इसके बाद 22 फीसदी एनसीआर में। एमएमआर में यह 14.90 फीसदी, बेंगलूरु में 12.20 फीसदी, पुणे में 11.85 फीसदी और कोलकाता में 17.80 फीसदी दर्ज की है।
| Office Vacancy in Top 7 Cities | ||
| City | 9M2025 | 9M2024 |
| Bangalore | 12.20% | 13.00% |
| MMR | 14.90% | 14.80% |
| NCR | 22.00% | 23.30% |
| Chennai | 8.90% | 9.40% |
| Hyderabad | 26.50% | 26.60% |
| Pune | 11.85% | 11.50% |
| Kolkata | 17.80% | 18.30% |
| PAN India | 16.20% | 16.70% |
Source: ANAROCK Research & Advisory
इस साल ऑफिस की मांग तेजी से बढ़ रही है। एनारॉक समूह के मुताबिक इस साल के पहले 9 माह के दौरान ऑफिस की शुद्ध मांग 420 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई, जो पिछली समान अवधि की 313 लाख वर्ग फुट मांग से 34 फीसदी ज्यादा है। पुणे में ऑफिस की मांग लगभग दोगुनी बढ़कर 62 लाख वर्ग फुट पहुंच गई। एमएमआर में ऑफिस मांग में 31 फीसदी, एनसीआर में 24 फीसदी, बेंगलूरु में 22 फीसदी, चेन्नई में 56 फीसदी, हैदराबाद में 29 फीसदी इजाफा हुआ। देश के 7 शीर्ष शहरों में कोलकाता ही एक मात्र ऐसा शहर रहा, जहां ऑफिस की मांग में गिरावट आई।
एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी कहते हैं कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद देश में ऑफिस स्पेस की मांग को बढ़ाने वाले कई कारक हैं। उदाहरण के लिए 2025 की शुरुआत में 582.8 लाख वर्ग फुट की कुल ऑफिस लीजिंग में से 40 फीसदी से अधिक या लगभग 233.4 लाख वर्ग फुट अकेले ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) द्वारा लीज पर दी गई थी। बेंगलूरु में जीसीसी द्वारा सबसे अधिक 83 लाख वर्ग फुट ऑफिस स्पेस लीज पर लिया गया। उसके बाद पुणे में 37.3 लाख वर्ग फुट और चेन्नई में 35.7 लाख वर्ग फुट की लीज पर लिया गया।
पुरी ने कहा, “कई कंपनियां अब बेहतर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं तथा ग्रीन सर्टिफाइड सुविधाओं के साथ उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेड ए ऑफिस स्पेस की तलाश कर रही हैं।”
| NET Office Absorption (In Million Sqft) | |||
| City | 9M2025 | 9M2024 | % Change |
| Bangalore | 9.95 | 8.15 | 22% |
| MMR | 6.6 | 5.05 | 31% |
| NCR | 8.2 | 6.61 | 24% |
| Chennai | 4.5 | 2.88 | 56% |
| Hyderabad | 5.7 | 4.42 | 29% |
| Pune | 6.2 | 3.14 | 97% |
| Kolkata | 0.85 | 1.055 | -19% |
| Total | 42 | 31.305 | 34% |
Source: ANAROCK Research & Advisory
एनारॉक के अनुसार शीर्ष 7 शहरों में इस साल नए ऑफिस बनने की संख्या में तेजी आई है। ऑफिस निर्माण 2024 के 9 महीने में लगभग 340.7 लाख वर्ग फुट से 15 फीसदी बढ़कर 2025 के 9 महीने में 392.1 लाख वर्ग फुट हो गया। शीर्ष शहरों में पुणे में इस अवधि में ऑफिस निर्माण में सबसे अधिक 168 फीसदी वृद्धि देखी गई। एरिया के हिसाब से ऑफिस की निर्माण की आपूर्ति के मामले में बेंगलूरु में लगभग 104.1 लाख वर्ग फुट के साथ सबसे अधिक वृद्धि देखी गई, उसके बाद पुणे लगभग 92 लाख वर्ग फुट के साथ दूसरे स्थान पर रहा। हैदराबाद और एमएमआर ऐसे दो शहर थे जहां नए ऑफिस निर्माण में क्रमश: 39 फीसदी और 41 फीसदी सालाना गिरावट दर्ज की गई।
| New Office Completion (In Million Sqft) | |||
| City | 9M2025 | 9M2024 | % Change |
| Bangalore | 10.41 | 8.7 | 20% |
| MMR | 3.4 | 5.77 | -41% |
| NCR | 6.7 | 3.73 | 80% |
| Chennai | 3.5 | 2.73 | 28% |
| Hyderabad | 5.9 | 9.68 | -39% |
| Pune | 9.2 | 3.43 | 168% |
| Kolkata | 0.1 | 0.03 | 100% |
| Total | 39.21 | 34.07 | 15% |
Source: ANAROCK Research & Advisory