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Reliance Capital के लिए इंडसइंड इंटरनेशनल की योजना को NCLT ने दी मंजूरी

RBI ने नवंबर 2021 में अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी द्वारा प्रशासनिक मुद्दों और भुगतान चूक पर रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को हटा दिया था।

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भाषा   
Last Updated- February 27, 2024 | 12:32 PM IST

राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) ने मंगलवार को हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स की रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के लिए 9,650 करोड़ रुपये की समाधान योजना को मंजूरी दे दी।

एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने कर्ज के बोझ से दबी कंपनी के लिए बोली के दूसरे दौर में जून 2023 में आईआईएचएल (इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड) द्वारा प्रस्तुत योजना को मंजूरी दे दी। इस मामले में विस्तृत आदेश आज दिन में आने की संभावना है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नवंबर 2021 में अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी द्वारा प्रशासनिक मुद्दों और भुगतान चूक पर रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को हटा दिया था।

रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज

केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया था, जिन्होंने कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए फरवरी 2022 में बोलियां आमंत्रित की थीं। रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था और चार आवेदकों ने शुरू में समाधान योजनाओं के साथ बोली लगाई थी।

हालांकि, लेनदारों की समिति ने कम बोली मूल्यों के लिए सभी चार योजनाओं को खारिज कर दिया और एक चुनौती तंत्र शुरू किया गया जिसमें आईआईएचएल और टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स ने भाग लिया।

हिंदुजा समूह की कंपनी को पिछले साल जून में समिति द्वारा 9,661 करोड़ रुपये की अग्रिम नकद बोली के लिए चुना गया था। रिलायंस कैपिटल का अतिरिक्त 500 करोड़ रुपये का नकद शेष भी ऋणदाताओं के पास जाएगा।

First Published : February 27, 2024 | 12:32 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)