मारुति का शुद्ध लाभ घटा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:26 AM IST

कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआई) ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 6.14 फीसदी घटकर 1,241.1 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के निदेशक मंडल ने 2020-21 के लिए अपने शेयरधारकों को प्रति शेयर 45 रुपये लाभांश देने की सिफारिश की है।
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसे 1,322.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। हालांकि, कंपनी की बिक्री आय आलोच्य तिमाही में 33.58 फीसदी बढ़कर 22,959.8 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 की चौथी तिमाही में 17,187.3 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के वाहनों की बिक्री चौथी तिमाही में 27.8 प्रतिशत बढ़कर 4,92,235 वाहन रही। मारुति के वाहनों की घरेलू बिक्री 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में 26.7 प्रतिशत बढ़कर 4,56,707 वाहन रही। वहीं निर्यात 35,528 इकाई का रहा। कंपनी के अनुसार एकल आधार पर शुद्ध लाभ 2020-21 की चौथी तिमाही में पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 9.7 फीसदी घटकर 1,166.1 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का बिक्री कारोबार आलोच्य तिमाही में 22,958.6 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही के मुकाबले 33.6 प्रतिशत अधिक है।
पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 22.69 प्रतिशत घटकर 4,389.1 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले 2019-20 में यह 5,677.6 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का कुल बिक्री कारोबार 2020-21 में 66,571.8 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 में 71,704.8 करोड़ रुपये थी। एकल आधार पर पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 25.1 प्रतिशत घटकर 4,229.7 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में कम बिक्री, जिंसों के दाम में तेजी, विदेशी मुद्रा की विनिमय दर में प्रतिकूल उतार-चढ़ाव और निम्न परिचालन आय के कारण उसका लाभ कम रहा। मारुति ने कहा कंपनी के निदेशक मंडल ने सभी स्थिति पर गौर करते हुए वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 45 रुपये प्रति शेयर लाभांश देने की सिफारिश की है। कंपनी का शेयर बीएसई में 1.24 फीसदी की गिरावट के साथ 6,558.20 रुपये पर बंद हुआ।

हिंदुस्तान जिंक का शुद्ध लाभ 85 फीसदी बढ़ा
राजस्व में बढ़ोतरी के दम पर मार्च तिमाही में हिंदुस्तान जिंक ने 2,481 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 85 फीसदी ज्यादा है। इस अवधि में कंपनी का राजस्व 6,725 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 56 फीसदी ज्यादा है। सालाना आधार पर जस्ते की बिक्री में 45 फीसदी, सीसे की बिक्री में 44 फीसदी और चांदी से मिलने वाले राजस्व में 125 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण कंपनी के राजस्व में मजबूती देखने को मिली।
इस बीच जिंक का वॉल्यूम सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़ी, वहीं सीसे का वॉल्यूम सालाना आधार पर 29 फीसदी ज्यादा रहा। कंपनी ने अपनी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। कंपनी का एबिटा इस दौरान 98 फीसदी की उछाल के साथ 3,875 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और वित्त प्रमुख विनय जैन के हवाले से कहा गया है, परिचालन दक्षता पर ध्यान केंद्रित करने से लागत का अधिकतम इस्तेमाल करने और लाभ में सुधार लाने में मदद मिली। हमने अब तक की सबसे ज्यादा तिमाही एबिटा दर्ज की, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले करीब दोगुना है। खनन परिचालन में बदलाव के बाद से हमने उत्पादन लागत में अब तक सबसे कम सालाना डॉलर खर्च की।

बजाज फाइनैंस का शुद्ध लाभ 30 फीसदी बढ़ा
बजाज फाइनैंस का शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 30 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,161 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 892 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 21 में कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर 3,956 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 20 में 4,881 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त्त वर्ष 21 के लिए 10 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है। कंपनी ने बीएसई को भेजी सूचना में ये बातें कही है। कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक राहुल बजाज ने अपना इस्तीफा दे दिया है, जो 30 अप्रैल से प्रभावी होगा। निदेशक मंडल ने राहुल बजाज को कंपनी का मानद चेयरमैन पांच साल के लिए बनाने की मंजूरी दी है, जो 1 मई, 2021 से प्रभावी होगा। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय तिमाही में घटकर 4,287 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,459 करोड़ रुपये रही थी।
वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही में कर्ज पर नुकसान व प्रावधान 1,201 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,865 करोड़ रुपये रहा था।

First Published : April 27, 2021 | 11:34 PM IST