भारत की प्रमुख निजी इक्विटी फर्म क्रिसकैपिटल प्राथमिक और सेकंडरी शेयर खरीद के माध्यम से लेंसकार्ट (lenskart) में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी।
लेंसकार्ट का मूल्यांकन 4.2 अरब डॉलर के साथ पिछले साल के फंडिंग राउंड से अपरिवर्तित बना हुआ है। इस साल मार्च में, लेंसकार्ट ने अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से 50 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई।
मीडिया प्लेटफॉर्म आर्क के अनुसार, इस साल लेंसकार्ट द्वारा जुटाई गई 60 करोड़ रुपये डॉलर में से 45 करोड़ डॉलर सेकंडरी शेयर बिक्री से हासिल हुए, जो सॉफ्टबैंक विजन फंड, चिराते वेंचर्स और प्रेमजीइन्वेस्ट से जुड़ी हुई थी।
नए निवेश से लेंसकार्ट की विकास योजनाओं और वैश्विक आईवियर दिग्गज के तौर पर उसे अपनी पहचान मजबूत बनाने में मद मिलेगी।
लेंसकार्ट के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी पीयूष बंसल ने कहा, ‘वैश्विक तौर पर, खासकर एशिया (भारत समेत) में पहुंच और जागरूकता के अभाव की वजह से मायोपिया (एक तरह का दृष्टि दोष) के मामले बढ़ रहे हैं। हमारा मानना है कि तकनीक की मदद, ग्राहक जागरुकता, और आपूर्ति श्रृंखला तथा प्रतिभाओं पर बड़े निवेश के साथ हम दृष्टि दोष की इस समस्या को दूर कर सकते हैं।’
2 करोड़ ग्राहकों के आधार के साथ, लेंसकार्ट पूरे भारत में लगातार अपनी पैठ बढ़ा रही है। कंपनी पूरे एशिया और पश्चिम एशिया में भी तेजी से विस्तार कर रही है। अपना ग्राहक आधार बढ़ाने के लिए कंपनी ने एक नई निर्माण इकाई के साथ समेकन पर ध्यान दिया है। इससे उसे कीमत प्रतिस्पर्धी बने रहने, श्रेष्ठ डिलिवरी समय और ग्राहकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में मदद मिलेगी।
क्रिसकैपिटल एडवायजर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव बत्रा ने कहा, ‘लेंसकार्ट ने आईवियर बाजार के विकास में अहम योगदान दिया है। ऑनडेज का अधिग्रहण करने के बाद लेंसकार्ट को 10 एशियाई देशों में अपना विस्तार करने में मदद मिली।’