वृज मोहन खेतान के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को देश की सबसे बड़ी ड्राई सेल बैटरी निर्माता एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया। बर्मन फैमिली की तरफ से कंपनी पर नियंत्रण के लिए खुली पेशकश और अभिरुचि पत्र के बाद खेतान परिवार ने यह कदम उठाया।
यह पहला मौका होगा जब खेतान परिवार के प्रतिनिधि कंपनी के बोर्ड में नहीं होंगे। एवरेडी खेतान के पास साल 1993 में आई थी जब उसने यूनियन कार्बाइड इंडिया का अधिग्रहण किया और उसका नाम बदलकर एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया कर दिया। कंपनी में खेतान की हिस्सेदारी हालांकि 4.84 फीसदी बनी रहेगी।
एवरेडी ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया कि आदित्य खेतान और अमृतांशु खेतान ने क्रमश: गैर-कार्यकारी निदेशक व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया, जो 3 मार्च से प्रभावी है।
गुरुवार को बोर्ड की बैठक हुई और इसमें बर्मन समूह की घोषणा पर चर्चा हुई, जिसके पास कंपनी की 19.84 फीसदी हिस्सेदारी है और उसने कंपनी पर नियंत्रण के अपने इरादे जता दिए हैं। बोर्ड ने गहरे खेद के साथ खेतान के इस्तीफे स्वीकार कर लिए।
बोर्ड को भेजे इस्तीफे में अमृतांशु खेतान ने कहा है, कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक के तौर पर बर्मन फैमिली ने कंपनी का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की इच्छा जताई है और वह कंपनी को नया नेतृत्व व दिशा देंगे, ऐसे में बोर्ड से इस्तीफा देना सही कदम होगा।
उन्होंने लिखा है, मैं एवरेडी के आंतरिक मूल्य व विस्तृत वितरण नेटवर्क मे भरोसा रखता हूं। मैं लंबी अवधि तक कंनपी का हिस्सेदार बना रहूंगा और कंपनी की भविष्य की योजना में भागीदारी करूंगा।