दक्षिण भारत की प्रमुख अस्पताल श्रृंखला श्री कावेरी मेडिकल केयर (इंडिया) ने अल्पांश हिस्सेदारी के लिए आईआईएफएल एसेट मैनेजमेंट द्वारा प्रबंधित निजी इक्विटी (PE) फंड से सात करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
इस निवेश से कावेरी हॉस्पिटल्स को कारोबार विस्तार करने में मदद मिलने की संभावना है और वह अगले तीन साल में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की दिशा बढ़ सकती है। यह श्रृंखला चेन्नई और बेंगलूरु में क्षमता बढ़ा रही है क्योंकि वह तमिलनाडु और कर्नाटक में चुनिंदा क्षेत्रों में विस्तार कर रही है। यह सौदा आईआईएफएल पीई का मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खंड में पहला निवेश है।
वर्ष 1999 में 30 बिस्तर वाले अस्पताल के रूप में शुरुआत करने वाले कावेरी हॉस्पिटल्स का अब छह शहरों में 1,500 बिस्तरों वाले आठ अस्पतालों का नेटवर्क है। यह शहर हैं – चेन्नई, त्रिची, बेंगलूरु, सलेम, होसुर और तिरुनेलवेली।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे बाजार में अपनी स्थिति हासिल करने के लिए लाइटरॉक और जीएसके वेलू के पारिवारिक कार्यालय जैसे प्रतिष्ठित भारतीय और वैश्विक निवेशकों का समर्थन प्राप्त है। अस्पताल नेटवर्क कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, न्यूरोलॉजी, रीनल साइंस, ऑर्थोपेडिक्स और अंग प्रत्यारोपण आदि पर विशेष ध्यान के साथ व्यापक देखभाल की पेशकश करता है।
360 वन का हिस्सा आईआईएफएल एएमसी भारत की अग्रणी वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन फर्मों में से एक है। आईआईएफएल पीई के पास तीन अरब डॉलर की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां हैं और उसकी निवेश रणनीतियों का दायरा मध्य-चरण वाली उद्यम पूंजी से लेकर आईपीओ-पूर्व निवेश तक फैला हुआ है।
कावेरी हॉस्पिटल्स के संस्थापक और चेयरमैन एस चंद्रकुमार ने कहा कि फिलहाल कावेरी तीव्र गति से बढ़ने वाले विस्तार कार्यक्रम के मध्य में है क्योंकि वह वर्ष 2025 तक चेन्नई, बेंगलूरु और तमिलनाडु में से प्रत्येक में 1,000 बिस्तर क्षमता तक पहुंचने की योजना बना रही है।