बड़े सौदे फिर से उपलब्ध होने से, भारतीय आईटी क्षेत्र के सीईओ का भरोसा पिछले तीन साल के दौरान आर्थिक परिवेश को लेकर ज्यादा मजबूत हुआ है। नैसकॉम द्वारा कराए गए सीईओ सर्वे में कहा गया है कि 97 प्रतिशत सीईओ का मानना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 2020 के मुकाबले 2021 में बेहतर स्थिति में होगी।
इसके अलावा, भारतीय प्रौद्योगिकी सीईओ ने 2021 में भी आईटी खर्च वृद्घि में मजबूत भरोसे को प्रदर्शित किया है। सर्वे में कहा गया है कि करीब 71 प्रतिशत सीईओ का मानना है कि वैश्विक आईटी खर्च 4 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ेगा। 71 प्रतिशत का आंकड़ा 2020 के मुकाबले काफी ज्यादा है, और तब 59 प्रतिशत सीईओ ने वर्ष के बेहतर रहने और 2019 में सिर्फ 41 प्रतिशत सीईओ ने आईटी खर्च पूर्ववर्ती वर्ष के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद जताई थी।
सर्वे में यह भी कहा गया है कि वैश्विक प्रौद्योगिकी खर्च डिजिटल की मदद से बढऩे की संभावना है। 2021 के लिए मुख्य प्रौद्योगिकी खर्च वृद्घि में 2020 के वाहक भी शामिल होंगे। इनमें डिजिटल को अपनाने की तेज रफ्तार और वर्क फ्रॉम एनीव्हेयर मुख्य रूप से शामिल हैं। 2021 के लिए प्रमुख प्रौद्योगिकी खर्च के क्षेत्र एआर/वीआर/मिक्स्ड रियलिटी, आईओटी, एआई, रोबोटिक्स और क्लाउड होंगे। हेल्थकेयर, दूरसंचार, बीएफएसआई और रिटेल कस्टमर संबंधित खर्च 2021 में ज्यादा रहने की संभावना है।
नैसकॉम के सीईओ सर्वे में बड़ी और छोटी भारतीय आईटी कंपनियों, वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) और स्टार्टअप को शामिल किया गया। यह सर्वे 2021 के जनवरी और फरवरी में कराया गया और इसमें 120 से ज्यादा सीईओ ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी थीं।
2021 के लिए कस्टमर टेक्नोलॉजी खर्च के मुख्य थीम के संदर्भ में सर्वे में पाया गया है कि 92 प्रतिशत कंपनियों ने अपना डिजिटल टेक खर्च बढ़ाने की योजना बनाई है। पारंपरिक/लागत अनुकूलन से फ्रंट ऐंड कस्टमर एक्सपीरिएंस की तरफ बढ़ते रुझान के संदर्भ में स्पष्ट बदलाव आया है। 20 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि समग्र डिजिट संगठनों के निर्माण पर ध्यान बढ़ा है।
नैसकॉम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मुख्य रणनीति अधिकारी संगीता गुप्ता ने कहा, ‘हमने महसूस किया है कि सीईओ 2021 को लेकर ज्यादा आशान्वित हैं, खासकर चुनौतीपूर्ण वर्ष 2020 के मुकाबले वे अब ज्यादा आश्वस्त हैं। सौदों के परिदृश्य में, जहां पारंपरिक बड़े सौदे अभी भी हो रहे हैं, और इससे वृद्घि की गति बढ़ रही है।’
महामारी ने 2021 के लिए तीन अग्रणी तकनीकी प्राथमिकताओं में भी बदलाव किया है। क्लाउड व एडवांस्ड एनालिटिक्स पर ध्यान जारी रहेगा, साइबर सुरक्षा तीसरा सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है। भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के लिए साइबर सुरक्षा सेवा क्षेत्र के तौर पर एक ऐसा क्षेत्र है जहां मांग में बढ़ोतरी दिखी है। वैश्विक साइबर सुरक्षा का बाजार साल 2027 तक बढ़कर 282 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है। डिजिटलीकरण के बड़े सौदे और प्रमुख बाजारों खास तौर से यूरोप आदि में बढ़ोतरी साल 2021 की बढ़त को रफ्तार देंगे। सर्वे में कहा गया है कि डिजिटल कायापलट के सौदों में महामारी के बाद से 30 फीसदी की उछाल देखी गई है।