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आईटी: सुधार को यूरोप से रफ्तार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 2:51 AM IST

सितंबर तिमाही के दौरान आईटी सेवा प्रदाताओं की वृद्धि को यूरोपीय बाजार से रफ्तार मिलने की उम्मीद है। यूरोप में आईटी सेवाओं की मांग में सुधार होने और आसपास के केंद्रों में आईटी सेवा प्रदाताओं द्वारा निवेश बढ़ाने से वृद्धि को सहारा मिलेगा।
वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान यूरोपीय बाजारों में सुधार के संकेत पहले ही दिख चुके हैं। इन्फोसिस के लिए यूरोप एकमात्र ऐसा वैश्विक बाजार रहा है जहां पहली तिमाही के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई। इसी प्रकार टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने पहली तिमाही के दौरान यूरो में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में कहा है कि यूरोप में बाजार हिस्सेदारी के लगातार बढऩे और बाहरी नियुक्तियां सुचारु होने से टीसीएस की वृद्धि को रफ्तार मिली। जबकि यूरोप और आसपास के क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने से इन्फोसिस की वृद्धि को सहारा मिला।
विश्लेषकों ने भी कहा है कि यूरोपीय आयोग द्वारा घोषित 825 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज से बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र को मदद मिलेगी जिससे अंतत: भारतीय आईटी कंपनियों को भी फायदा होगा। शेयरखान के उपाध्यक्ष संजीव होता ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि यूरोप के बीएफएसआई ग्राहक लागत कुशलता के लिए प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी में निवेश जारी रखेंगे। इससे कम लागत वाली जगहों के लिए आउटसोर्सिंग एवं ऑफशोरिंग को बढ़ावा मिलेगा।’ उन्होंने कहा, ‘प्रोत्साहन उपायों से बड़े बैंकों की नकदी की स्थिति में सुधार होगा जिससे डिजिटल प्रक्रियाओं को लागू करने में तेजी आने के आसार हैं।’
पिछले महीने घोषित सुधार पैकेज में 5जी और 6जी नेटवर्क में काफी निवेश करने की बात कही गई है। इससे मुख्य तौर पर स्वास्थ्य, परिवहन एवं शिक्षा जैसे क्षेत्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। इस पैकेज के तहत कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबरसिक्योरिटी एवं क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी प्रौद्योगिकी विकास एवं उन्नयन पर भी खर्च करने की बात कही गई है। इससे मुख्य तौर पर भारतीय आईटी सेवा प्रदाताओं को फायदा होने का अनुमान है।
वास्तव में चीन के बाद कोविड-19 वैश्विक महामारी से प्रभावित होने वाला पहला क्षेत्र यूरोप रहा है और इस महामारी के प्रकोप के बाद सबसे पहले खुलने वाला बाजार भी यूरोप ही रहा है। टीसीएस के सीईओ एवं एमडी राजेश गोपीनाथ ने कहा, ‘आर्थिक गतिविधियों से लेकर मांग के लिहाज से यूरोप अन्य बाजारों के मुकाबले काफी आगे है।’ उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में यूरोप सबसे अधिक प्रभावित हुआ था लेकिन उन्होंने इस वैश्विक महामारी को नियंत्रित कर लिया और बाजार को खोल दिया। इसलिए हम निश्चित तौर पर हमारा मानना है कि अगली तिमाही (जुलाई से सितंबर) में यूरोप का प्रदर्शन बेहतर रहेगा।’
टाटा समूह की इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में यूरोप में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की। तिमाही के दौरान यूरोप में कंपनी ने एक साल पहले के मुकाबले 2.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। उसके बाद लैटिन अमेरिका में स्थिर मुद्रा आधार पर 0.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि शेष अन्य बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। इन्फोसिस के लिए भी यूरोप एकमात्र ऐसा वैश्विक बाजार रहा जहां जून तिमाही में उसने सालाना आधार पर 4.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।

First Published : August 28, 2020 | 11:46 PM IST