प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल के भारत केंद्रित कार्यक्रम ‘गूगल फॉर इंडिया’ के सातवें संस्करण का आयोजन गुरुवार को दूसरी बार वर्चुअल तरीके से किया गया। यह कार्यक्रम डिजिटल कौशल एवं शिक्षा के अलावा पेशकश एवं सुविधाओं के आधार पर और अधिक भाषाओं को समर्थ बनाने पर केंद्रित रहा।
भारत में गूगल के कंट्री हेड संजय गुप्ता ने कहा कि भारतीय लोग अब स्मार्टफोन पर 20 फीसदी अधिक समय व्यतीत करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले पिछले 12 महीनों के दौरान स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या करीब 2.5 गुना अधिक हो गई।
इस कार्यक्रम के दौरान की गई एक प्रमुख घोषणा ‘गूगल करियर सर्टिफिकेट्स फॉर अपस्किलर्स’ रहा। इसके तहत गूगल करियर सर्टिफिकेट के लिए देश भर में किए गए मुफ्त नामांकन में से 1,00,000 वंचित उम्मीदवारों को छात्रवृत्ति देने की पेशकश की गई है। इस कार्यक्रम को नैसकॉम फाउंडेशन, टाटा स्ट्राइव और सेफएजुकेट की साझेदारी में चलाया जाएगा जो इन अभ्यर्थियों की पहचान करेंगे।
यह सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम कोर्सएरा पर उपलब्ध होगा जिसकी कीमत 6,000 से 8,000 रुपये के बीच होगी। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी स्वचालन, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, डेटा एनालिटिक्स और यूजर इंटरफेस डिजाइन जैसे कौशल शामिल होंगे। गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत अगले दो साल में 10 लाख लोगों को कुशल बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘डिजिटल साक्षरता के प्रभाव से जीवन बदल सकता है। डिजिटल कौशल से न केवल रोजगार की संभावना बढ़ती है बल्कि इससे लोग स्वरोजगार करने के लिए भी सशक्त होते हैं।’ गूगल ने इस कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र एवं दिल्ली की राज्य सरकारों के अलावा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और फिक्की अराइज के साथ साझेदारी की है। इसके तहत 5,50,000 शिक्षकों को डिजिटल कौशल में प्रशिक्षित किया गया है।
गूगल पे के उपाध्यक्ष (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट) अंबरीश केंघे ने कहा, ‘गूगल पे पर कारोबार के लिए अब करीब 1 करोड़ व्यापारी मौजूद हैं और रोजाना कई अन्य डिजिटल भुगतान के लिए यहां आते हैं। हम इसे व्यापारियों और सूक्ष्म उद्यमियों के लिए काफी आसान बना रहे हैं ताकि बिजनेस ऐप के लिए गूगल पे से सीधे तौर पर उनकी ऑनलाइन मौजूदगी सुनिश्चित हो सके।’ गूगल पे के उपयोगकर्ता अपने बैंक खाते में सीधे तौर पर हस्तांतरण के लिए अपने वॉइस का उपयोग करने में भी समर्थ होंगे। इसके अलावा उपयोगकर्ता 2022 के आरंभ से इस ऐप पर हिंग्लिश का उपयोग भी कर सकेंगे।
गूगल ने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई), विशेष तौर पर महिला उद्यमियों द्वारा संचालित स्वास्थ्य एवं सुरक्ष उत्पादों का विनिर्माण करने वाले एमएसएमई की मदद के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के साथ साझेदारी की भी घोषणा की है।