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फिल्मी सितारे देंगे शुभकामनाएं

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 1:24 AM IST

कल्पना करिये कि आपको कभी बैडमिंटन सितारा साइना नेहवाल, गायक सलीम मर्चेंट, अभिनेत्री-अभिनेता सान्या मल्होत्रा, राजपाल यादव, शरमन जोशी और यहां तक कि प्रेम चोपड़ा भी निजी तौर पर कॉल कर वीडियो संदेश के जरिये शुभकामना दे दें। आपको, आपके दोस्तों या परिवार को किसी विशेष मौके पर बधाई देने के लिए इन मशहूर हस्तियों की तरफ  से वीडियो कॉल आना अब मुमकिन हो सकता है। ऐप (शाउटआउट ऐप) इस तरह की सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया मंचों पर फि ल्म या टीवी के कलाकारों, खेल से जुड़ी हस्तियों के साथ संवाद का दायरा बढ़ चुका है लेकिन इसके बावजूद प्रशंसक जुड़ाव महसूस नहीं करते हैं। लॉकडाउन से लोगों के जीवन में आई निराशा और बोरियत के इस माहौल में ऐसे मंचों के लिए काफ ी गुंजाइश बन रही है।
ट्रिंग, विश और अनलू जैसे कई ऐप मशहूर हस्तियों के जरिये लोगों के खास और निजी मौके पर संदेश दिलाते हैं। व्यक्तिगत वीडियो संदेश के साथ-साथ मशहूर हस्तियों के सत्यापित सोशल मीडिया अकाउंट से लिखे हुए और लाइव संवाद वाला सत्र प्राथमिक मॉडल हैं जिनके माध्यम से बातचीत होती है। विश के सह-संस्थापक महेश गोगिनेनी ने कहा, ‘हमने एक प्रशंसक के दृष्टिकोण से दो तरह की बातचीत की जरूरत देखी क्योंकि सोशल मीडिया मंचों पर सितारों को भेजे गए उनके संदेश अनदेखे ही रह जाते हैं। वहीं मशहूर हस्तियों के लिहाज से देखा जाए तो सोशल मीडिया पर उनकी मजबूत मौजूदगी के बावजूद कमाई का कोई जरिया यहां नहीं बन पाता है।’
इस तरह का मॉडल पश्चिम से लिया जा रहा है। 2017 में अमेरिका के एक ऐप कैमियो ने 30,000 मशहूर हस्तियों को जोड़ा है। ऐप ने उन मशहूर हस्तियों के लिए भी कमाई के रास्ते तैयार किए हैं जो सुर्खियों से दूर हो गए हैं। लेकिन, भारत में इसकी मांग की आखिर क्या वजह है? मुंबई की कंपनी ट्रिंग के सह-संस्थापक अक्षय सैनी ने कहा, ‘सामाजिक स्तर पर जब किसी को कोई मान्यता मिलती है तब उसमें लोगों को आनंद आता है क्योंकि उनमें उन्हें अपने पड़ोसियों या दोस्तों के मुकाबले बढ़त का भाव आता है। किसी मशहूर हस्तियों के साथ हुई कोई बातचीत यादगार होती है और वीडियो को फोन या हार्ड ड्राइव में हमेशा के लिए रखा जा सकता है।’
अनलू के सह-संस्थापक हिमांशु पेरीवाल ने कहा, ‘प्रशंसक हस्तियों को लगभग भगवान का ही दर्जा देते हैं। मझोले और छोटे शहरों में सेलिब्रिटी या सितारों तक पहुंच बनाने का यही जरिया हो सकता है जहां धारावाहिकों के कलाकारों के भी काफ ी प्रशंसक होते हैं। फि लहाल छोटे शहरों की बुकिंग हिस्सेदारी करीब 50 फ ीसदी है लेकिन हमें इसके 70 फ ीसदी तक होने की उम्मीद है।’
ट्रिंग से 2,000 से अधिक हस्तियां जुड़ी हुई हैं। इन सेवाओं की पेशकश 99 रुपये से शुरू होकर 40,000 रुपये तक पहुंच जाती थी। कंपनी आमतौर पर किसी अनुरोध पर काम करने के लिए एक हफ्ते का वक्त मांगती है। ट्रिंग ने भी दो तरह के अनूठे उत्पादों का दावा किया है जिसमें एक सवाल-जवाब और लाइव सत्र होगा जिसमें सेलिब्रिटी अपनी पसंद के किसी विषय मसलन योगा या कुकिंग के विषय पर 20-25 प्रशंसकों के साथ एक विशेष सत्र की मेजबानी कर सकते हैं। सैनी ने कहा, ‘हम भी दो तरह के उत्पादों के साथ काम कर रहे हैं जिसे आने वाले हफ्ते में शुरू किया जाएगा। रोजाना के बढ़ते ऑर्डर के साथ हम इस क्षेत्र में युद्धस्तर पर काम करते हैं।’
कंपनी ने मई में निवेशकों के एक समूह से एक अघोषित राशि जुटाई जिसमें फ्लिपकार्ट के कल्याण कृष्णमूर्ति और अनएकेडमी के गौरव मुंजाल शामिल थे। 600 से अधिक सितारों से जुड़े ऐप विश का दावा है कि यह भारत में इस क्षेत्र का सबसे पुराना खिलाड़ी है। इसने पिछले साल अप्रैल में तेलुगू की मशहूर हस्तियों के साथ प्रायोगिक अभियान शुरू किया था। महेश ने कहा, ‘दक्षिण में निश्चित रूप से हमारी मजबूत पकड़ है क्योंकि हमारे पास तेलुगू और कन्नड़ सितारे हैं और हम मलयालम हस्तियों को भी लॉन्च कर रहे हैं।’ इस बीच अनलू जुलाई के पहले सप्ताह में लाइव हो गया था। पेरीवाल ने कहा, ‘हम एक और ए और ए+श्रेणी के हस्तियों पर जोर देना चाहते हैं जो ऐप की बिक्री के लिए अहम बिंदु है। हमारे मंच पर हस्तियों के औसत प्रशंसक 10 लाख हैं। लॉन्च के बाद से ही हर हफ्ते हम राजस्व के मामले में दोगुने स्तर पर जा रहे हैं।’
अनलू से 500 से अधिक हस्तियां जुड़ी हैं और करीब व्यक्तिगत लाइव वीडियो कॉलिंग सुविधा के लिए लगभग 100 हस्तियां हैं। ज्यादातर मशहूर हस्तियां संवाद के लिए 4,000 रुपये से लेकर 12,000 रुपये तक वसूलते हैं। अनलू का दावा है कि इसके 99 फीसदी अनुरोध 24 घंटे के भीतर ही पूरा हो जाते हैं। बुकमाईशो और फ्लिपकार्ट जैसे कॉर्पोरेट और ग्राहकों से सीधे तौर पर जुड़े ब्रांडों ने भी इन सेलिब्रिटी से जुडऩे वाले मंचों से हाथ मिलाया है ताकि सोशल मीडिया पर डिजिटल अभियान चलाया जा सके या लाइव सत्र में शामिल कर कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया जा सके। विश को पिछले कुछ हफ्तों में छोटे और मझोले उद्यमों से जबलपुर और जोधपुर जैसे छोटे शहरों में कपड़ा दुकानों और रेस्तरां का समर्थन करने के लिए 300-400 अनुरोध मिले हैं। अनलू में पेरिवाल ने कहा, ‘एक सामान्य ब्रांड करार या विज्ञापन शूट की लागत की तुलना में उनके मंच पर लागत काफ ी कम है। हमने स्टार्टअप के लिए लोकल मॉम ऐंड पॉप स्टोर्स के लिए डिजिटल प्रचार-प्रसार किया है  जहां कारोबार रातोरात ब्रांड बन गए हैं।’

First Published : September 24, 2020 | 12:55 AM IST