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GenAI में अपना निवेश बढ़ा सकती हैं IT कंपनियां

TCS ने कहा कि उसे GenAI के संबंध में ग्राहकों की ओर से मजबूत दिलचस्पी और जुड़ाव देखने को मिल रहा है।

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आयुष्मान बरुआ   
Last Updated- January 28, 2024 | 9:21 PM IST

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनियां इस वर्ष जेनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (जेनएआई) में अपना निवेश तेज कर सकती हैं क्योंकि ग्राहक प्रौद्योगिकी में संभावनाओं के लिए बजट आवंटित कर रहे हैं और पेड पीओसी (प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट) के संचालन के इच्छुक हैं। एशिया-प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र के ग्राहकों से उम्मीद है कि वे जेनएआई में अपना निवेश तीन गुना करेंगे, हालांकि अभी वे वे उत्तरी अमेरिकी के ग्राहकों से से पीछे हैं।

इन्फोसिस नॉलेज इंस्टीट्यूट के नवीनतम शोध के अनुसार अगले साल ए​शिया-प्रशांत क्षेत्र में जेनएआई के खर्च में 140 प्रतिशत का इजाफा होने की संभावना है। इस तरह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, चीन, जापान, भारत और सिंगापुर में अनुमानित रूप से 3.4 अरब डॉलर का निवेश होगा।

हालांकि भारतीय आईटी सेवा कंपनियों ने अभी तक जेनएआई से होने वाले अपने राजस्व का हिसाब नहीं लगाया है लेकिन एक्सेंचर ने कहा है कि उसने नवंबर में समाप्त हुई पहली तिमाही के दौरान जेनएआई में 45 करोड़ डॉलर के सौदे हासिल किए हैं, जो पिछले छह महीने में उसके द्वारा दर्ज किए गए 30 करोड़ डॉलर की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है। एक्सेंचर का वित्त वर्ष सितंबर से अगस्त तक होता है।

एआई में निवेश से एक्सेंचर को प्रतिफल मिलता नजर आ रहा है। पिछले साल उसने ग्राहकों को एआई के इस्तेमाल में तेजी से मदद पहुंचाने के लिए अपने डेटा और एआई की कवायद में तीन साल के दौरान तीन अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। एक्सेंचर ने इस निवेश के तहत नियुक्ति, अधिग्रहण और प्रशिक्षण के जरिये अपनी एआई प्रतिभा दोगुनी करके इसे 80,000 कर्मचारियों तक करने की भी योजना बनाई है।

विश्लेषकों का मानना है कि आईटी सेवा कंपनियां कई कारणों से जेनएआई में अपना निवेश बढ़ा रही हैं। प्रबंधन परामर्श फर्म वाईसीपी ऑक्टस में पार्टनर अभिषेक मुखर्जी कहते हैं कि ग्राहक जेनएआई के इस्तेमाल में परखे हुए ट्रैक रिकॉर्ड की मांग कर रहे हैं। यह ट्रैक रिकॉर्ड बनाने के लिए निवेश की जरूरत होती है। फिर आईटी सेवा कंपनियां उत्पादकता या कर्मचारी अनुभव बेहतर बनाने के लिए आंतरिक उपयोग लागू करते हुए जेनएआई में विश्वसनीयता गढ़ रही हैं। यह भी निवेश का एक क्षेत्र है।

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (वित्त वर्ष 2023-24) के दौरान इन्फोसिस ने 3.2 अरब डॉलर के कुल अनुबंध मूल्य के बड़े सौदे हासिल किए थे, जिनमें से 71 प्रतिशत विशुद्ध रूप से नए थे।

हाल ही में तीसरी तिमाही के परिणामों के दौरान इन्फोसिस के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा था कि इसमें एक बड़ सौदा भी शामिल है। हम अपनी टोपाज क्षमता का लाभ उठाते हुए जेनएआई कार्यक्रमों के लिए मजबूत मांग देख रहे हैं। हमने अपने जेनएआई घटकों को अपने सेवा पोर्टफोलियो में एकीकृत किया है, जिससे हमारे ग्राहक प्रभावित हो सकें। हमारे पास जेनएआई में प्रशिक्षित 1,00,000 कर्मचारी हैं।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा कि उसे जेनएआई के संबंध में ग्राहकों की ओर से मजबूत दिलचस्पी और जुड़ाव देखने को मिल रहा है। नतीजों के बाद विश्लेषकों के साथ बातचीत में टीसीएस के मुख्य कार्य अ​धिकारी और प्रबंध निदेशक के कृ​त्तिवासन ने कहा था कि मूल्य श्रृंखला के कई क्षेत्रों में पीओसी के रूप में संभावनाएं खंगाल रहे हैं।

पिछले साल विप्रो ने कहा था कि वह अगले तीन साल में अपनी एआई क्षमताओं में एक अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगी और उसने एआई-फर्स्ट नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र – विप्रो एआई360 भी पेश किया है। निवेश बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि विप्रो लगातार जेनएआई पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

First Published : January 28, 2024 | 9:21 PM IST