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इंडिगो एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स ने कहा है कि “सबसे बुरा दौर अब पीछे छूट चुका है”। उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्ते बेहद चुनौतीपूर्ण रहे। इंडिगो के कर्मचारियों के प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हुए एल्बर्स ने बताया कि 9 दिसंबर को उन्होंने घोषणा की थी कि एयरलाइन के ऑपरेशन स्थिर होने लगे हैं। कर्मचारियों को एक वीडियो संदेश में एल्बर्स ने कहा कि गुरुवार को एयरलाइन ने 2,200 उड़ानों को बहाल किया है। इंडिगो सीईओ का यह बयान उस समय आया है जब कुछ हफ्ते पहले बजट एयरलाइन को देशभर के हवाई अड्डों पर बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द होने और अव्यवस्था का सामना करना पड़ा था।
पीटर एल्बर्स ने अपने संदेश के अंत में कहा कि इन तीन दिनों (3 दिसंबर से 5 दिसंबर) को वह चीज न बनने दें जो हमने मिलकर पिछले 19 वर्षों में बनाया है।
एल्बर्स ने कर्मचारियों से अब तीन बातों पर लचीलापन (Resilience), मूल कारणों का विश्लेषण (Root Cause Analysis) और दोबारा निर्माण (Rebuilding) पर फोकस करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन का मौजूदा फोकस ऑपरेशंस को मजबूत करने और यह सुनिश्चित करने पर है कि खराब मौसम और IROPS सीजन शुरू होने के साथ संचालन पूरी तरह स्थिर बना रहे। उन्होंने कहा कि जो हमने देखा, वह कई कारणों के एक साथ असर का नतीजा लगता है और हर कोई जवाब चाहता है।
एल्बर्स ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए पूरी तरह से विस्तृत जांच की जरूरत है। इसके लिए इंडिगो के बोर्ड ने एक बाहरी एविएशन विशेषज्ञ को नियुक्त किया है, जो व्यापक रूट कॉज एनालिसिस करेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि दुनिया के कई अन्य हिस्सों में भी बड़ी एयरलाइंस को इस तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ा है।
रूट कॉज एनालिसिस पूरा होने के बाद इंडिगो की लीडरशिप टीम, जिसमें खुद एल्बर्स भी शामिल होंगे, कर्मचारियों से मुलाकात करेगी। इस दौरान कर्मचारियों से यह समझने की कोशिश की जाएगी कि उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने के दौरान उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एल्बर्स ने कहा कि जांच के निष्कर्ष और कर्मचारियों से मिले सुझाव एयरलाइन को बेहतर तरीके से खुद को फिर से खड़ा करने में मदद करेंगे।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से पायलट रोस्टर प्लानिंग के नए नियमों के चलते इंडिगो की उड़ानें बुरी तरह प्रभावित हुई थी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो के परिचालन में अफरा-तफरी को खत्म करने के लिए उड़ान ड्यूटी के समय संबंधी (एफडीटीएल) नियमों को दो महीने के लिए निलंबित कर दिया।
इंडिगो ने पायलट रोस्टर प्लानिंग के चलते करीब 4,500 उड़ानें रद्द कर दी थीं और हजारों यात्रियों को फंसा हुआ और परेशान छोड़ दिया था, जिसके बाद एविएशन रेगुलेटर ने इसके घरेलू विंटर शेड्यूल में 10 प्रतिशत की कटौती करने और स्लॉट को फिर से आवंटित करने का फैसला किया।
इससे पहले 13 दिसंबर को, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा था कि कई दिनों की अफरा-तफरी के बाद इंडिगो की लगभग 90 प्रतिशत उड़ानें सामान्य हो गई हैं। एयरलाइन ने पहले देश भर में हजारों उड़ानें रद्द कर दी थीं क्योंकि वह नवंबर में लागू हुए सख्त सुरक्षा नियमों के लिए तैयार नहीं थी। 5 दिसंबर को यह दिक्कतें अपने चरम पर थीं, जिसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हुई।
इंडिगो को संशोधित आराम और ड्यूटी आवश्यकताओं के लिए अपर्याप्त तैयारी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा, जिससे विमानों को ग्राउंडेड करना पड़ा और यात्रा योजनाओं में बाधा आई। 10 दिसंबर को, एयरलाइन ने अपने विंटर शेड्यूल में कटौती करने के बाद तीसरी तिमाही के लिए अपनी क्षमता और यात्री यूनिट रेवेन्यू आउटलुक को कम कर दिया।