उद्योग

InoxGFL समूह का सौर क्षेत्र में प्रवेश, 1,500 करोड़ रुपये से स्थापित होंगे दो प्लांट

साल 2026 तक 5 गीगावॉट सोलर मॉड्यूल और 2.5 गीगावॉट सोलर सेल निर्माण का लक्ष्य, गुजरात में पहली इकाई 2024 तक होगी तैयार

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श्रेया जय   
Last Updated- December 11, 2024 | 10:03 PM IST

विंड टर्बाइन बनाने वाले आईनॉक्स जीएफएल समूह ने सोलर सेल और मॉड्यूल के लिए दो संयंत्र स्थापित करने के साथ सौर विनिर्माण क्षेत्र में अपने प्रवेश की घोषणा की है। 2000 के दशक की शुरुआत में घरेलू विंड टर्बाइन बाजार में प्रवेश करने वाली कंपनी सौर क्षेत्र में भी पहली बार प्रवेश करने जा रही है।

सार्वजनिक घोषणा में आईनॉक्स ने कहा है कि उसकी नई इकाई आईनॉक्स सोलर निजी प्रवर्तकों द्वारा समर्थित रहेगी, जो साल 2026 तक 5 गीगावॉट शुरुआती क्षमता वाले सोलर मॉड्यूल और 2.5 गीगावॉट वाले सोलर सेल विनिर्माण संयंत्र स्थापित करेगी। कंपनी इस पर 1,500 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी। कंपनी के अधिकारियों ने पूंजीगत व्यय के लिए रकम इक्विटी के जरिये जुटाई जाएगी।

आईनॉक्स सोलर की गुजरात में पहली 1.2 गीगावॉट की शुरुआती क्षमता वाली सौर मॉड्यूल विनिर्माण इकाई अगले साल मार्च तक शुरू होने की उम्मीद है। इस संयंत्र इस श्रेणी की नवीनतम तकनीक टॉपकॉन मॉड्यूल का विनिर्माण किया जाएगा।

First Published : December 11, 2024 | 10:03 PM IST