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BNY मेलन के CEO बोले: भारत बनेगा ग्लोबल AI हब, हमारी 40% AI टीम यहीं!

रॉबिन विंस ने खास बातचीत में बताया – भारत में हैं 18,000 कर्मचारी, 2 ग्लोबल सेंटर पुणे-चेन्नई में, अमेरिका से बाहर कमाते हैं 40% रेवेन्यू

Published by
मनोजित साहा   
सुब्रत पांडा   
Last Updated- May 01, 2025 | 11:50 PM IST

वैश्विक कारोबार वाले अमेरिका के सबसे पुराने वित्तीय संस्थान बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलन कॉरपोरेशन (बीएनवाई) के मुख्य कार्याधिकारी रॉबिन विंस ने मनोजित साहा और सुब्रत पांडा से खास बातचीत में बीएनवाई की कारोबारी रणनीति में भारत के बढ़ते महत्त्व के बारे में चर्चा की। उन्होंने कारोबार पर ट्रंप शुल्क के प्रभाव और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) की परिवर्तनकारी भूमिका सहित विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:

बीएनवाई किस प्रकार भारत की विकास गाथा में अपनी भूमिका निभा सकता है?

भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह दुनिया में इंजीनियरिंग प्रतिभाओं की एक अग्रणी आबादी है। काफी हद तक प्रौद्योगिकी से संचालित कंपनी होने के कारण यह हमारे लिए काफी महत्त्वपूर्ण जगह है। हमारे 40 फीसदी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस केंद्र भारत में हैं। यहां की विशेषज्ञता एवं क्षमताओं का लाभ उठाना और लगातार बढ़ रही अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनना हमारे लिए बेहद जरूरी है। भारत में हमारे करीब 18,000 लोग कार्यरत हैं और कर्मचारियों के लिहाज से यह दुनिया का हमारा सबसे बड़ा स्थान है।

क्या आप भारत में और वैश्विक दक्षता केंद्र (जीसीसी) स्थापित करने की योजना बना रहे हैं?

दुनिया भर में हमारे छह जीसीसी हैं। हम उन्हें रणनीतिक वैश्विक जगह कहते हैं। उनमें से दो पुणे और चेन्नई में हैं। इसके अलावा दो जीसीसी अमेरिका में, एक आयरलैंड में और एक पोलैंड में है। ये छह जीसीसी फिलहाल हमारे लिए पर्याप्त हैं। पुणे का जीसीसी सबसे बड़ा है जहां 11,000 कर्मचारी काम करते हैं। इस लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा जीसीसी पिट्सबर्ग का है जहां 6,000 लोग काम करते हैं।

शुल्क के कारण दुनिया में मची उथल-पुथल के बारे में आप क्या कहेंगे?

वास्तव में शुल्क व्यापार के बारे में है। ऐसे कई देश होंगे जो इस बदलाव को अपनाएंगे और अमेरिका के साथ सबसे अच्छा व्यापार संबंध बनाने के बारे में सोचेंगे। उदाहरण के लिए अमेरिका में भारत के बारे में काफी चर्चा हो रही है क्योंकि भारत-अमेरिका एक नए व्यापार सौदे पर बातचीत कर रहे हैं। जहां तक हमारे कारोबार का सवाल है तो हमने विश्लेषकों से बातचीत में सार्वजनिक तौर पर कहा है कि हमें इस अनिश्चितता से थोड़ा फायदा हुआ है। फिलहाल हमारे किसी भी कारोबार पर इगसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है।

क्या जवाबी शुल्क पर रोक हटने के बाद अमेरिकी बॉन्ड की बिकवाली फिर शुरू हो सकती है?

पिछले कुछ सप्ताह के दौरान निश्चित तौर पर बॉन्ड बाजार में उतार-चढ़ाव दिखा है। शुल्क योजना की घोषणा किए जाने के बाद से ही अमेरिकी बॉन्ड बाजार में बिकवाली अधिक रही है। मगर ऐसा होता रहता है। बाजार में अनिश्चितता होने अथवा उसकी दिशा बदलने पर कुछ जगहों पर गतिविधियां बढ़ सकती हैं। मगर मैं उसे असामान्य नहीं कहूंगा।

आगे ब्याज दर की स्थिति कैसी रहेगी?

फेडरल रिजर्व सीधे तौर पर उसे नियंत्रित करता है जिसे फेड फंड्स रेट कहते हैं। मगर वास्तविक ब्याज दर कई मामलों में फेडरल रिजर्व के ओवरनाइट रेट के मुकाबले काफी महत्त्वपूर्ण होती है। जब हमारी अर्थव्यवस्था काफी दमदार रही है तो अमेरिकी बॉन्ड पर 4.5 फीसदी ब्याज कोई असामान्य बात नहीं है। मगर आप ऐसा कह सकते हैं कि यह उस स्तर से कम है, जहां उसे होना चाहिए था। फेडरल रिजर्व एक डेटा संचालित संगठन है जो आम तौर पर समय से पहले किसी मामले में प्रतिक्रिया देता है। मैं समझता हूं कि चेयरमैन पॉवेल डेटा पर नजर रख रहे हैं। फिलहाल कोई अन्य निर्णय लेने के लिए उनके पास कोई डेटा नहीं है।

बीएनवाई भारत में एआई का उपयोग कैसे कर रही है?

मैं समझता हूं कि एआई वित्तीय सेवा सहित तमाम उद्योगों में सेवाओं की स्थिति बदलने जा रही है। इसलिए हमारे एआई केंद्र की 40 फीसदी टीम यहां भारत में है। ऐसे में अगर आप इसके महत्त्व और निवेश का तुलनात्मक आकलन करना चाहते हैं तो शायद यह सबसे अच्छा माप है। दुनिया भर में हमारा एआई प्लेटफॉर्म- एलिजा है। हम एआई के लिए एक मल्टी-एजेंटिक फ्रेमवर्क चलाते हैं और हम ओपनएआई सहित सभी बड़े सामान्य इंटेलिजेंस मॉडल, लार्ज लैंग्वेज मॉडल से जुड़े हुए हैं और उनका उपयोग करते हैं। भारत में काफी एआई नवाचार हो रहा है। यह इसके लिए सही देश व परिवेश है क्योंकि यहां आईआईटी संस्थानों से प्रतिभाएं निकलती हैं। हम निवेश के लिए उसी जगह पर ध्यान केंद्रित करते हैं जहां पर्याप्त प्रतिभा मौजूद हो। भारत में एआई एवं इंजीनियरिंग प्रतिभाओं की भरमार है।

राजस्व में भारतीय कारोबार का क्या योगदान है?

हम अलग-अलग देशों के योगदान का आंकड़ा तैयार नहीं करते हैं। मगर हमारा 40 फीसदी राजस्व अमेरिका के बाहर से आता है। इसमें यूरोप, भारत, एशिया-प्रशांत क्षेत्र आदि शामिल हैं। आप चीजों को कई नजरिये से देख सकते हैं। हमारे लिए भारत का महत्त्व काफी अधिक है और यह उन महत्त्वपूर्ण देशों में शामिल है जहां हम कारोबार करते हैं। यहां हमारे कारोबार को ताकत देने के लिए 18,000 लोग काम करते हैं। हम तमाम नवाचार करते हैं। यहां हमारे ऐसे लोग भी हैं जो उत्पादों की अगली पीढ़ी के लिए काम करते हैं।

भारत के वेल्थ मैनेजमेंट क्षेत्र में आपकी मौजूदगी कितना महत्त्वपूर्ण है?

हमारा वेल्थ मैनेजमेंट कारोबार न केवल अमेरिका में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बड़ा है। हम ज्यादातर दूसरे देशों में स्थानीय वेल्थ मैनेजमेंट नहीं करते हैं। हमारा वेल्थ मैनेजमेंट कारोबार या तो अल्ट्रा-हाई नेटवर्थ वाले लोग हैं।

First Published : May 1, 2025 | 11:50 PM IST