लकॉस्ट के लिए वृद्धि दर के मामले में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत सबसे बड़ा बाजार है और क्रोकोडाइल ब्रांड को आगे भी मजबूत वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।
लकॉस्ट एशिया-प्रशांत क्षेत्र के मुख्य कार्याधिकारी मार्कस मेयर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को एक साक्षात्कार में कहा, ‘लकॉस्ट इंडिया निश्चित रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजारों की सूची में (वृद्धि दर के लिहाज से) शीर्ष पर है। चूंकि हम देख रहे हैं कि हम पहले से ही इस बाजार में विकसित हैं, लेकिन आगे भी हमें वृद्धि बरकरार रहने की उम्मीद है क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है और इससे हमें वृद्धि में मदद मिल रही है।’
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि देश में ब्रांड किस दर से बढ़ रहा है। मेयर ने यह भी कहा कि भारतीय उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ रही है। उनकी खर्च योग्य आय में वृद्धि हो रही है और उम्मीद है कि आगे भी इसमें बढ़ोतरी बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा, ‘एनारॉक और रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया जैसे संस्थानों ने अनुमान जताया है कि भारतीय खुदरा बाजार साल 2022 के 690 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2032 तक 2.3 लाख करोड़ डॉलर का हो जाएगा।’
उन्होंने यह भी कहा कि भले ही भारतीय खुदरा बाजार 1.6 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गया हो फिर भी यह जबरदस्त वृद्धि के मौके देता है।
अपनी पोलो नेक टीशर्ट के लिए लोकप्रिय ब्रांड लकॉस्ट ने तीन दशक पहले भारतीय बाजार में प्रवेश किया था। फिलहाल लकॉस्ट के देशभर में 42 स्टोर हैं और इसकी ऑनलाइन उपस्थिति भी है। अभी देश के 17 शहरों में ब्रांड मौजूद है। यह बड़े पैमाने पर महानगरों, नगरों और बड़े शहरों में हैं और मेयर को उम्मीद है कि आगे इसकी मौजूदगी और बढ़ेगी और ब्रांड के स्टोर 28-29 शहरों में रहेंगे। हालांकि, उन्होंने विस्तार के लिए कोई समयसीमा का जिक्र नहीं किया।