प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
सरकारी कंपनी इंडस्ट्रियल फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (IFCI) ने एशियन कलर कोटेड इस्पात लिमिटेड (ACCIL) के 869 करोड़ रुपये के बैड लोन को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए एक एंकर बोली 50 करोड़ रुपये की मिल चुकी है। यह राशि लोन की कुल रकम का सिर्फ 5.75 फीसदी है। इस लोन की बिक्री के लिए IFCI 26 सितंबर को स्विस चैलेंज नीलामी करेगी। इस नीलामी में सभी बोली 100 फीसदी नकद होनी चाहिए। इच्छुक पक्षों को 9 सितंबर तक अपनी रुचि (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) जमा करनी होगी।
IFCI के पास इस लोन के बदले हरियाणा के फरीदाबाद में 78 कमरों वाला ‘पार्क प्लाजा’ होटल है, जो ACCIL हॉस्पिटैलिटी का है। यह होटल पूरी तरह से गिरवी रखा गया है। इसके अलावा, होटल के नकदी प्रवाह पर एक एस्क्रो खाता, ACCIL हॉस्पिटैलिटी की कॉरपोरेट गारंटी और कंपनी के बोर्ड निदेशकों विकास अग्रवाल और प्रदीप अग्रवाल की व्यक्तिगत गारंटी भी है।
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ACCIL रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की दूसरी डिफॉल्टर लिस्ट में शामिल 28 कंपनियों में से एक थी। इन कंपनियों को बैंकों को दिवालिया अदालत में भेजने का आदेश था। यह कंपनी ऑटोमोबाइल, व्हाइट गुड्स और जनरल इंजीनियरिंग सेक्टर के लिए कोल्ड रोल्ड, गैल्वेनाइज्ड और कलर-कोटेड प्रोडक्ट्स बनाती है। इसका कोल्ड रोलिंग मिल कॉम्प्लेक्स इस उद्योग में जाना जाता है।
ACCIL का मामला इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत सुलझाया गया। अक्टूबर 2020 में JSW Steel ने अपनी सहायक कंपनी JSW Steel कोटेड प्रोडक्ट्स के जरिए ACCIL का अधिग्रहण किया। इसके लिए JSW Steel ने 1,550 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली लगाई थी। उस समय कंपनी पर विभिन्न बैंकों का 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज था।
अगर 9 सितंबर तक IFCI को कोई रुचि पत्र (EOI) नहीं मिलता, तो स्विस चैलेंज प्रक्रिया खत्म हो जाएगी। इस स्थिति में 50 करोड़ रुपये की एंकर बोली को ही विजेता घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन अगर कोई चैलेंजर बोली आती है, तो एंकर बोली लगाने वाले को उसका मिलान करने का मौका मिलेगा। ऐसी स्थिति में IFCI एंकर बोली को प्राथमिकता देगा और उसे स्वीकार करेगा।