मोटापा हजार मर्जों की जड़ है। यह कहकर मोटापे पर तोहमत लगाने वाले तो हजारों मिल जाएंगे। लेकिन अगर हम आपको बताएं कि मोटापा भी किसी नियामत से कम नहीं है, तो आपका चौंकना लाजिमी होगा।
लेकिन जनाब.. यह सच है। अब अपने चर्बी के बैंक का रोना बंद कर दीजिए क्योंकि इसी की वजह से बैंक आप पर मेहरबान हो सकते हैं। दरअसल अब बैंक भी मोटापे से परेशान लोगों को इलाज के लिए कर्ज यानी लोन देने की योजना बना रहे हैं।
लंबे अरसे से घर, वाहन और निजी जरूरतों के लिए तो बैंक कई तरह के लोन देते ही थे, अब उन्होंने नए क्षेत्रों की तलाश शुरू कर दी है और इसमें मोटापा उनकी निगाह में चढ़ गया है। देश के प्रमुख बैंक अब जल्द ही मोटापे से निजात पाने के लिए होने वाले ऑपरेशनों का खर्च उठाएंगे यानी आपको उनके लिए लोन देंगे। गुजरात में अहमदाबाद का अस्पताल एशियन सर्जिसेंटर 3 बड़ बैंकों से इसके लिए बातचीत कर रहा है। इनमें एक्सिस बैंक भी शामिल है। ये बैंक अस्पताल में मोटापे के मरीजों को ऑपरेशन के लिए लोन मुहैया करा सकते हैं।
दरअसल शहरीकरण की तेज रफ्तार और खानपान की बदलती आदतों की वजह से मोटापा इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी और गंभीर बीमारी बन गया है। भारत के शहरी इलाकों में तो खास तौर पर मोटे लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक देश में इस समय तकरीबन 2.2 करोड़ लोग मोटापे से ग्रस्त हैं और उनमें 30 फीसद शहरों में रहते हैं। बच्चों में भी यह परेशानी बढ़ती जा रही है। देश में इस वक्त 16 फीसद बच्चे मोटापे से परेशान हैं।
एशियन सर्जिसेंटर के चेयरमैन डॉक्टर महेंद्र नरवारिया ने कहा, ‘कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब मोटापे के रोगियों ने ऑपरेशन करवाने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया क्योंकि इसमें लंबा चौड़ा खर्च आता है। मोटापा खत्म करने के लिए होने वाले ऑपरेशनों पर आम तौर पर 2 से 5 लाख रुपये खर्च हो जाते हैं। मरीजों के सामने आने वाली ऐसी ही वित्तीय परेशानियां दूर करने के लिए हमने बैंकों के साथ बातचीत शुरू की है, ताकि सर्जरी के लिए बैंक लोन दे सकें।’
भारत में यह पहल अचरज में डालने वाली हो सकती है, लेकिन अमेरिका में मोटापे के इलाज के लिए लोन दिया जाना कोई नई बात नहीं है। वहां हर तीसरा व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है और इसे खत्म करने के लिए सर्जरी का सहारा लिया जाना वहां आम बात है। एशियन सर्जिसेंटर भी उसी मॉडल पर काम करने की तैयारी में है।
डॉ. नरवारिया ने कहा कि उनके अस्पताल में आने वाले मरीजों को ही यह सुविधा दिलाई जाएगी। लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह सुविधा देने के लिए वह अस्पताल का नया केंद्र दिल्ली में भी खोलना चाहते हैं।मजे की बात है कि पश्चिमी देशों के उलट भारत में मोटापे को बीमारी नहीं माना जाता है। डॉ. नरवारिया ने बताया कि ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ एडवांस रिसर्च इन ओबेसिटी मोटापे को बीमारी मानते हुए बीमा करने के लिए बीमा कंपनियों को भी प्रोत्साहित कर रहा है।
…मोटापे पर मेहरबान बैंक
मोटापे के मरीज भारी भरकम खर्च की वजह से नहीं कराते ऑपरेशन
अहमदाबाद का एक अस्पताल कर रहा है उनके इलाज के लिए पहल
बैंक दे सकते हैं ऑपरेशन के लिए भी लोन
विदेशों में मिलता है यह लोन