आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिए कंपनियों ने प्राथमिक बाजार से नवंबर में 36,000 करोड़ रुपये जुटाए और विश्लेषकों ने कहा कि यह महीना अपना निवेश बनाए रखने की निवेशकों की इच्छा की परख करेगा क्योंंकि एंकर निवेशकों के लिए एक महीने की अनिवार्य लॉक-इन अवधि 8 दिसंबर से खत्म हो रही है।
एडलवाइस ऑल्टरनेटिव रिसर्च के नोट में कहा गया है, कैलेंडर वर्ष 2021 में 51 कंपनियों ने सार्वजनिक निर्गम पेश किया। इनमें से 41 इश्यू में एंकर निवेशकों की बिक्री की तारीख निकल चुकी है। ऐसे 76 फीसदी इश्यू में एंकर निवेशकों की लॉक-इन तारीख खत्म होने के साथ बिकवाली का दबाव नजर आया और औसत गिरावट 2.6 फीसदी रही है।
एडलवाइस ने कहा, 8 दिसंबर से 10 इश्यू में एंकर निवेशकों की लॉक इन अवधि खत्म होनी शुरू होगी, जिनमें एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायिका), फिनो पेमेंट्स बैंक, लेटेंट व्यू एनालिटिक्स, पीबी फिनटेक और वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम) शामिल हैं।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक व मुख्य निवेश अधिकारी जी. चोकालिंगम ने कहा, इस बात की बलवती संभावना है कि एंकर निवेशक बिकवाली करेंगे। वे अपने निवेश पर कमाई कर चुके हैं और लंबे समय तक उनमें निवेशित नहीं रहना चाहेंगे। द्वितीयक बाजार उतारचढ़ाव के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में मुनाफे वाले शेयर से एंकर निवेशकोंं की निकासी का मतलब बनता है। जो कंपनियां अभी तक लाभकारी नहीं बन पाई हैं वहां कुछ मामलों में शेयर कीमतों में गिरावट एक अवधि में दो अंकों में हो सकती है। हालांकि हम सभी को एक नजरिये से नहीं देख सकते।
लॉक इन अवधि खत्म होने से पहले एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायिका) का शेयर मंगलवार को बीएसई में 1.77 फीसदी टूटकर 2,152.60 रुपये पर आ गया। फैशन व कॉस्मेटिक ऑनलाइन रिटेलर का शेयर लगातार चौथे दिन टूटा और इस अवधि में कुल मिलाकर 14 फीसदी की गिरावट आई।
एडलवाइस ऑल्टरनेटिव रिसर्च के अभिलाष पगारिया ने एक नोट में कहा, ज्यादतर मामलों में बिकवाली का दबाव रहता है जब एंकर निवेशकों की लॉक इन अवधि की तारीख शुरू होती है। एंकर निवेशकों की लॉक इन अवधि शुरू होने के साथ 61 फीसदी इश्यू में 2.2 फीसदी की गिरावट आई। एंकर की लॉक इन अवधि खत्म होने के पांच दिन बाद 61 फीसदी इश्यू की ट्रेडिंग 3.9 फीसदी नीचे हुई।
एडलवाइस ने कहा, जहां एंकर निवेशकों को आवंटन में बकाया शेयरों का मिश्रण रहा, वहां ज्यादातर मामलों में बिकवाली का दबाव लॉक इन अवधि खत्म होने के आसपास ज्यादा रहा। 13 ऐसे सूचीबद्ध शेयरों में 10 लाल निशान के साथ बंद हुए और औसत गिरावट 3 फीसदी रही।
मंगलवार को रेटगेन ट्रेवल टेक्नोलॉजिज ने कहा कि उसने 34 एंकर निवेशकों को 1,40,90,136 शेयरोंं का आवंटन किया, जिनमें सिंगापुर सरकार, नोमूरा इंडिया इन्वेस्टमेंट फंड मदर फंड, गोल्डमैन सैक्स फंड, पाइनब्रिज ग्लोबल फंड्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचएसबीसी स्मॉलकैप इक्विटी फंड और निप्पॉन लाइफ इंडिया शामिल हैं। कंपनी ने इनसे 598.83 करोड़ रुपये जुटाए।
हालांकि सभी विश्लेषकों की राय एक जैसी नहीं है। फस्र्ट वाटर कैपिटल के अग्रणी प्रायोजक व निवेश सलाहकार रिकी कृपलानी का मानना है, यह जरूरी नहीं कि एंकर निवेशकों की लॉक इन अवधि खत्म होने के साथ हर शेयर में तेज गिरावट नजर आए।
उन्होंने कहा, ज्यादातर संस्थागत निवेशक इन दिनों एंकर श्रेणी में आवंटन चाहते हैं ताकि आईपीओ में बोली लगाए बिना वे निवेश कर सकें। उनकी रणनीति जरूरी नहीं है कि अपनी पोजीशन तत्काल बेचने या सूचीबद्धता पर लाभ कमाने की हो। इसके अतिरिक्त मर्चेंट बैंकर व इश्यू करने वाली कंपनियां वैसे निवेशकों को ज्यादा शेयरों का आवंटन नहींं करती जिनकी साथ अल्पावधि वाले निवेशक की है। इसके परिणामस्वरूप लॉक इन अवधि खुलने के बाद शेयर कीमत पर कुल असर कई मामलों में न्यूनतम रह सकता है।
