गिरवी रखकर ऋण देने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़कर 3,780 करोड़ रुपये हो गया। लाभांश आय में जबरदस्त वृद्धि से मुनाफे को बल मिला। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी कंपनी 2,870 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय 4 फीसदी बढ़कर 12,216 करोड़ रुपये हो गई जबकि शुद्ध ब्याज आय 13 फीसदी बढ़कर 4,109 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,646.5 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान कंपनी ने 13,340 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जबकि नियामकीय जरूरत 6,605 करोड़ रुपये के प्रावधान की थी।
तिमाही के दौरान कंपनी की परिसंपत्ति गुणवत्ता में जून 2021 तिमाही के मुकाबले सुधार दिखा, खासकर व्यक्तिगत ऋण के मोर्चे पर। तिमाही के दौरान सकल एनपीए 24 आधार अंक सुधरकर 2 फीसदी हो गया जो पहली तिमाही के अंत में 2.24 फीसदी रहा था। व्यक्तिगत सकल एनपीए 1.37 फीसदी से घटकर 1.1 फीसदी रहा गया जबकि गैर-व्यक्तिगत सकल एनपीए क्रमिक आधार पर 4.87 फीसदी से घटकर 4.69 फीसदी रह गया। तिमाही के दौरान व्यक्तिगत ऋण श्रेणी से संग्रह कुशलता सुधरकर 98 फीसदी हो गई।
कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि पुनर्गठन वाले कुल ऋण का आकार ऋण खाते का 1.4 फीसदी था। इसमें व्यक्तिगत ऋण श्रेणी की हिस्सेदारी 63 फीसदी थी जबकि गैर-व्यक्तिगत ऋण श्रेणी की हिस्सेदारी 37 फीसदी थी।
एचडीएफसी लिमिटेड के सीईओ एवं वाइस चेयरमैन केकी मिस्त्री ने कहा, ‘पहली तिमाही के दौरान कारोबार दूसरी लहर से आंशिक तौर पर प्रभावित हुआ खासकर अप्रैल और मई के आखिर में। हालांकि जून के बाद कारोबार में जबरदस्त सुधार दर्ज किया गया। वही रफ्तार दूसरी तिमाही में भी बरकरार रही।’
आईआरसीटी का शुद्ध लाभ पांच गुना बढ़ा
भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में करीब पांच गुना बढ़कर 154.83 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान टिकट बुकिंग से प्राप्त राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि होने से मुनाफे को बल मिला। तिमाही के दौरान टिकट बुकिंग से प्राप्त राजस्व बढ़कर 220.34 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 61.34 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय 34.14 करोड़ रुपये रही। जबकि कुल खर्च बढ़कर 2,37.37 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 104.41 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान आईआरसीटीसी ने रोजाना करीब 7 लाख टिकटों की बुकिंग की। तिमाही के दौरान खानपान कारोबार से प्राप्त राजस्व बढ़कर 71.40 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 17.16 करोड़ रुपये रहा था। इस वृद्धि के बावजूद कारोबार नुकसान में बरकरार रहा। हालांकि तिमाही के दौरान खानपान कारोबार का नुकसान घटकर 15.06 लाख रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 20.45 करोड़ रुपये रहा था।
आदित्य बिड़ला कैपिटल का शुद्ध लाभ बढ़ा
आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 43 फीसदी बढ़कर 377 करोड़ रुपये हो गया। आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 264 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर आज 3.31 फीसदी बढ़त के साथ 99.95 रुपये पर बंद हुआ। तिमाही के दौरान कंपनी के गैर-बैंकिंग वित्तीय कारोबार के तहत कुल ऋण खाता 5 फीसदी बढ़कर 47,733 करोड़ रुपये हो गया। जबकि खुदरा, एसएमई एवं एचएनआई ऋण खाते में 19 फीसदी की वृद्धि हुई। कुल ऋण खाते में खुदरा एवं एसएमई ऋण की हिस्सेदारी बढ़कर 59 फीसदी हो गई जो एक साल पहले 52 फीसदी रही थी। एनबीएफसी कारोबार का शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 6.2 फीसदी हो गया जो एक साल पहले 5.3 फीसदी रहा था। पूंजी पर्याप्तता अनुपात 23.7 फीसदी रहा। तिमाही के दौरान कंपनी का आवास ऋण पोर्टफोलियो घटकर 12,117 करोड़ रुपये रह गया।