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स्थिर रहा HDFC Life का लाभ

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बीएस संवाददाता
Last Updated- April 26, 2023 | 10:43 PM IST

निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) का शुद्ध‍ लाभ मार्च 2023 में समाप्त तिमाही में 358.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 357.5 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली ज्यादा है।

तिमाही के दौरान पहले साल का प्रीमियम 4,467 करोड़ रुपये रहा, जो पहले के 2,575 करोड़ रुपये के मुकाबले 73.5 फीसदी ज्यादा है। तिमाही के दौरान शुद्ध‍ प्रीमियम बढ़कर 19,426.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पहले के मुकाबले 36 फीसदी ज्यादा है। वित्त वर्ष 23 में कंपनी का शुद्ध लाभ 13 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,360 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

कंपनी की MD व CEO विभा पडलकर ने कहा, हमने वैयक्तिक डब्ल्यूआरपी (वेटेड रिसीव्ड प्रीमियम) में 27 फीसदी की मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की है और निजी व कुल मिलाकर इस क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 16.5 फीसदी व 10.8 फीसदी रही और इस तरह से उसमें क्रमश: 40 आधार अंक व 70 आधार अंक का इजाफा हुआ।

उन्होंने कहा, कुल नए बिजनेस प्रीमियम में प्रोटेक्शन की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2022 के 24 फीसदी के मुकाबले 29 फीसदी हो गई। नए बिजनेस में मा​र्जिन वित्त वर्ष 23 में 27.6 फीसदी रहा, जो वित्त वर्ष 22 में 27.4 फीसदी रहा था। कंपनी का सॉल्वेंसी अनुपात सुधरकर 203 फीसदी पर पहुंच गया।

एचडीएफसी लाइफ ने भास्कर घोष को स्वतंत्र निदेशक और नीरज शाह को पूर्णकालिक निदेशक नियुक्त करने की घोषणा की है।

UTI AMC के मुनाफे में 60 फीसदी की उछाल

UTI ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी का शुद्ध‍ लाभ मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 60 फीसदी की उछाल के साथ 86 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कम खर्च और कर के मद में जाने वाली रकम में खासी कमी के चलते मुनाफे में इजाफा हुआ है।

कंपनी का परिचालन राजस्व तिमाही में 301 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा। पूरे वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध‍ लाभ 18 फीसदी घटकर 440 करोड़ रुपये रहा। परिचालन राजस्व 4 फीसदी घटकर 1,267 करोड़ रुपये रहा।

UTI म्युचुअल फंड ने चौथी तिमाही में औसतन 2.4 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन किया। प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों की रैंकिंग में फंड हाउस का स्थान आठवां है।

KPIT टेक का लाभ 41 फीसदी बढ़ा

मिडकैप आर्ईटी फर्म KPIT टेक्नोलॉजिज का शुद्ध‍ लाभ मार्च में समाप्त तिमाही में 41.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 111.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसकी वजह हाल में बड़ा सौदा हासिल करना और ऑटोमोटिव व मोबिलिटी वर्टिकल में मजबूत वृद्धि‍ रही। कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर करीब 56 फीसदी बढ़कर 1,017.3 करोड़ रुपये रहा।

चौथी तिमाही के दौरान नए सौदे की कुल अनुबंध कीमत 42.3 करोड़ डॉलर बैठती है, जिसमें होंडा से मिला 25 करोड़ डॉलर का सौदा शामिल है। कंपनी का एबिटा मार्जिन तिमाही के दौरान 60 आधार अंक बढ़ा।

वित्त वर्ष 23 के लिए कंपनी का परिचालन राजस्व करीब 21.9 फीसदी बढ़कर 8,013.6 करोड़ रुपये रहा जबकि शुद्ध‍ लाभ 22 फीसदी उछलकर 1,174.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के निदेशक मंडल ने 2.65 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।

पूनावाला फिनकॉर्प का मुनाफा हुआ दोगुना

शुद्ध‍ ब्याज मार्जिन में सुधार के कारण पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड का शुद्ध‍ लाभ मार्च 2023 में समाप्त चौथी तिमाही में दोगुना होकर 181 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का मुनाफा 89 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 23 में कंपनी का शुद्ध‍ लाभ 585 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 293 करोड़ रुपये रहा था।

कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 23 के लिए 100 फीसदी लाभांश की सिफारिश की है। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने ये बातें कही है। कंपनी का शेयर बीएसई पर 2.62 फीसदी की गिरावट के साथ 308.5 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात मार्च 2023 के आखिर में 39 फीसदी रहा।

कंपनी का शुद्ध‍ ब्याज मार्जिन 87 आधार अंक बढ़कर 11.3 फीसदी रहा। हालांकि कंपनी की औसत उधारी लागत मार्च में बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई, जो मार्च 2022 में 7.5 फीसदी रही थी। कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां सालाना आधार पर 37 फीसदी बढ़कर 16,143 करोड़ रुपये रही।

First Published : April 26, 2023 | 10:43 PM IST