बुनियादी ढांचे के निर्माण पर सरकार द्वारा खर्च में रिकॉर्ड वृद्धि किए जाने और अब तक अच्छे मॉनसून के कारण ग्रामीण मांग में तेजी आने से आगे बिक्री की रफ्तार बढ़ने के आसार हैं। यह बात महिंद्रा ऐंड महिंद्रा समूह के सीईओ एवं एमडी अनीश शाह ने कही। उन्होंने कहा कि इससे आने वाले महीनों में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री भी बढ़ेगी।
शाह ने कहा, ‘हम ग्रामीण बाजारों में सुधार के शुरुआती संकेत देख रहे हैं। हमें दिख रहा है कि सरकारी खर्च और मार्जिन बेहतर हो रहा है। जहां तक पूरे वित्त वर्ष (2025) का सवाल है तो हमारा मानना है कि ट्रैक्टरों की बिक्री में एक साल पहले के मुकाबले 5 फीसदी की वृद्धि होगी। कुल मिलाकर मॉनसून अब तक अच्छा रहा है और हम 5 फीसदी वृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं।’
नई क्षमता निर्माण के लिए निजी कंपनियों से सरकार के आह्वान के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि एमऐंडएम समूह पिछले चार साल के दौरान अपनी वाहन इकाई की क्षमता को पहले ही तिगुना कर चुका है। उन्होंने कहा कि इस साल भी अतिरिक्त क्षमता जोड़ने की योजना है। समूह साल 2025 से वित्त वर्ष 2027 के दौरान अपने वाहन कारोबार में 27,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इसमें से पेट्रोल-डीजल वाहन कारोबार में 14,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत निवेश किया जाएगा जबकि इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार में 12,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है।
इसके अलावा समूह अपने फार्म एवं सर्विस कारोबार में भी 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इस प्रकार समूह ने कुल 37,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। एमऐंडएम और उसके वाहन कारोबार को पूंजी निवेश योजनाओं के लिए पर्याप्त नकदी सृजित होने की उम्मीद है।
शाह ने कहा कि एमऐंडएम समूह अपने कुछ गैरसूचीबद्ध कारोबार ‘ग्रोथ जेम्स’ को भी निकट भविष्य में सूचीबद्ध कराने की योजना बना रहा है। कंपनी के पास दस ग्रोथ जेम्स हैं। इनमें से सात गैर-सूचीबद्ध हैं जिनमें लास्ट माइल मोबिलिटी, फार्म मशीनरी, एयरोस्ट्रक्चर, क्लासिक लीजेंड्स, सोलर कारोबार सस्टेन और वाहन रीसाइक्लिंग कारोबार एक्सेलो शामिल हैं।
एमऐंडएम समूह भारत की वृद्धि को रफ्तार देने की सबसे अधिक क्षमता रखने वाले दस क्षेत्रों में से सात में पहले से ही मौजूद है। मगर तीन क्षेत्रों- स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचा और दूरसंचार- में उसकी फिलहाल कोई मौजूदगी नहीं है।
शाह ने बुनियादी ढांचा और दूरसंचार कारोबार में समूह के उतरने की किसी भी योजना से इनकार किया। स्वास्थ्य सेवा के बारे में उन्होंने कहा कि समूह निवेश के अवसरों पर विचार कर सकता है लेकिन अस्पतालों या फार्मास्युटिकल्स में निवेश नहीं करेगा। शाह ने कहा, ‘हम निवेश के लिए तमाम विकल्पों का आकलन कर रहे हैं और मौजूदा क्षेत्रों में भी अधिक निवेश करने पर भी विचार कर
सकते हैं।’
इलेक्ट्रिक वाहन के बारे में शाह ने कहा कि कंपनी छह मॉडल उतारने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि ये सभी मॉडल स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) श्रेणी में उतारे जाएंगे न कि सिडैन श्रेणी में। उन्होंने कहा, ‘फोक्सवैगन के साथ मोटर खरीदने के लिए हमारा करार है। इक्विटी करार के बारे में अफवाहें उड़ाई गई थीं लेकिन हम कोई भी कदम बढ़ाने से पहले विकल्पों पर गौर करेंगे।’
प्रशिक्षु कार्यक्रम के जरिये युवाओं को कुशल बनाने संबंधी सरकार की योजना के बारे में शाह ने कहा कि समूह ने 10 लाख महिलाओं को कौशल प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए देश भर में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के साथ गठजोड़ के लिए सरकार से बाचतीत चल रही है।