देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के लिए बेंगलुरु में एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है।
यह मुश्किल खड़ी की है, शहर में सभी रिहाइशी परियोजनाओं को मंजूरी देने वाली राज्य सरकार की संस्था बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने।
संस्था द्वारा एक अंग्रेजी अखबार में सार्वजनिक हित में जारी किए एक नोटिस में बताया गया है कि डीएलएफ होम्स ने उससे वेस्टएंड हाइट्स के नाम से बनाए जाने वाले 18 मंजिले अपार्टमेंट कॉम्पलेक्स के लिए मंजूरी नहीं ली है। कंपनी की यह परियोजना दक्षिणी बेंगलुरु की बानेरघट्टा रोड पर डीएलएफ बीटीएम एक्सटेंशन के न्यू टाउन में स्थित है।
बीबीएमपी ने लोगों को इस नोटिस के जरिए आगाह किया है कि वह बुकिंग कराने से पहले इस तथ्य पर विचार कर लें कि कंपनी ने इसके लिए अनिवार्य सरकारी मंजूरी नहीं ली है।
इससे पहले, 26 अप्रैल को एक विज्ञापन में डीएलएफ ने अपने इस प्रस्तावित निर्माण के लिए बुकिंग शुरू होने का ऐलान करते हुए दावा किया था कि उसे इसके लिए बेंगलुरु डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडीए) से चार फ्लोर तक बनाने की मंजूरी मिल चुकी है।
बीबीएमपी ने डीएलएफ के विज्ञापन का उल्लेख करते हुए कहा कि भवन की ऊंचाई से पता चलता है कि यह 18 मंजिला ऊंचा है कि सिर्फ चार मंजिला। परियोजना में 1980 मकान हैं, जो कि 19 टावरों के दायरे में स्थित हैं।
बीबीएमपी ने अपने बयान में कहा- बीडीए को विकास योजनाओं को मंजूरी देने का अधिकार है जबकि भवन योजना के लिए मंजूरी केवल बीबीएमपी ही दे सकती है। लिहाजा कंपनी का यह बयान कि उसने चार मंजिलों के लिए बीडीए से मंजूरी ली है, गुमराह करने वाला है।
हालांकि डीएलएफ ने इस पर सफाई देते हुए एक बयान में कहा कि डीएलएफ ने अपनी अनुषंगी कंपनी अन्नाबेल बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के जरिए बीडीए से चार मंजिला स्तर की विकास योजना की मंजूरी ली है। इस पर निर्माण तभी शुरू किया जाएगा, जबकि विस्तृत योजना की मंजूरी बीबीएमपी और अन्य संबंधित संस्थाओं से मिल जाएगी।
