गिग कर्मियों के लिए दीवाली काफी पहले आ गई है। अपनी पहचान जाहिर न करने वाले एक व्यक्ति पिछले तीन वर्षों से दिल्ली में स्विगी के लिए फूड डिलिवरी का काम करते हैं। हाल में उनकी आमदनी बढ़ गई है क्योंकि उन्होंने लॉजिस्टिक फर्म शैडोफैक्स और राइड हेलिंग फर्म रैपिड के लिए भी काम करना शुरू कर दिया है।
उस व्यक्ति ने कहा, ‘कंपनियां आम तौर पर त्योहारी सीजन से पहले बेहतर इनसेंटिव की पेशकश करने लगती हैं। साथ ही डिलिवरी के लिए ऑर्डर की संख्या भी बढ़ने लगती है।’ गिग कर्मियों (अस्थायी तौर पर छोटे-मोटे अनौपचारिक काम करने वालों) के लिए इनसेंटिव काफी बढ़ जाता है जो अक्सर उनकी नियमित आय के मुकाबले चार से पांच गुना तक पहुंच जाता है।
स्टाफिंग फर्म टीमलीज सर्विसेज का कहना है कि इस साल त्योहारी सीजन में गिग कर्मियों के लिए सात लाख से अधिक रोजगार सृजित होने की उम्मीद है जो पिछले साल के त्योहारी सीजन के मुकाबले करीब 75 फीसदी अधिक है।
अस्थायी, गिग और अंशकालिक कर्मियों के लिए पैदा होने वाले आठ लाख से अधिक नए रोजगार में गिग कर्मियों की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। इसमें से 22.7 फीसदी रोजगार सृजन पहले ही हो चुका है। टीमलीज डिग्री अप्रेंटिसशिप के उपाध्यक्ष धृति प्रसन्न महंत ने कहा, ‘नई लॉजिस्टिक नीति लागू होने और ई-कॉमर्स एवं क्विक सर्विस डिलिवरी मॉडल के तमाम फॉर्मेट के कारण तेजी आई है।’
प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने कहा कि वह त्योहारी अवधि के दौरान अपनी आपूर्ति श्रृंखला, फुलफिलमेंट सेंटर और डिलिवरी केंद्रों में एक लाख से अधिक नए रोजगार सृजित करेगी। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी अपने 10वें वार्षिक सेल आयोजन बिग बिलियन डेज की तैयारी कर रही है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर मिलने वाले इनसेंटिव ने डिलिवरी एजेंसियों को अपना नेटवर्क बढ़ाने और अधिक श्रमबल को जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। रोजगार एवं पेशेवर नेटवर्किंग यूनिकॉर्न अपना डॉट सीओ ने खास तौर पर लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस क्षेत्रों से गिग कर्मियों की मांग में 15 फीसदी की उल्लेखनीय तेजी दर्ज की है।
इस प्लेटफॉर्म पर डिलिवरी कर्मियों की मांग एक साल पहले के मुकाबले 40 फीसदी बढ़ चुकी है। बढ़ी हुई मांग का सबसे अधिक फायदा उन लोगों को मिल रहा है जो दूर-दराज के क्षेत्रों तक डिलिवरी करते हैं। टीमलीज के आंकड़ों के अनुसार, इस साल लॉजिस्टिक क्षेत्र में गिग कर्मियों की मांग 1.5 लाख से बढ़कर 2.75 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।
इनमें से करीब एक चौथाई दूर-दराज के क्षेत्रों तक डिलिवरी करने वाले शामिल हैं। विभिन्न राज्यों के बीच डिलिवरी करने वाले गिग कर्मियों की हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी है। ईकॉम एक्सप्रेस ने उम्मीद जताई है कि इस साल त्योहारी सीजन के दौरान उसके गिग कर्मियों की संख्या में एक साल पहले के मुकाबले 50 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। उसके प्लेटफॉर्म पर डिलिवरी पार्टनर के तौर पर 1.20 लाख पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं। ईकॉम एक्सप्रेस के मुख्य मानव संसाधन
अधिकारी प्रशांत खुल्लर ने कहा, ‘हम 40,000 अतिरिक्त कर्मियों को शामिल करने की योजना बना रहे हैं। अधिकतर ठेके पर होंगे जो त्योहारों में ही काम करेंगे।’
आईथिंक लॉजिस्टिक्स का मानना है कि गिग कर्मियों की मांग में 30 से 40 फीसदी की वृद्धि होगी। आईथिंक के सह-संस्थापक जैबा सारंग ने कहा, ‘पिछले साल लॉजिस्टिक्स में गिग अर्थव्यवस्था को अतिरिक्त मदद के तौर पर देखा जाता था, मगर इस साल स्थिति बदल चुकी है। अब उसे केवल हैंडलिंग में मददगार के तौर पर ही नहीं बल्कि कुशलतापूर्वक कारोबार के विस्तार और त्वरित डिलिवरी एवं बेहतर सेवा के लिए भी आवश्यक माना जा रहा है।’