अमेरिकी सरकार के टैरिफ इजाफे से आईटी सेवा उद्योग की चुनौतियां बढ़ सकती हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में यह आशंका जताई गई है। रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि इन टैरिफ की वजह से दुनिया भर में मुद्रास्फीति बढ़ सकती है और आर्थिक वृद्धि धीमी पड़ सकती है। साथ ही अमेरिका और अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मंदी का जोखिम बढ़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘साल (वित्त वर्ष) की शुरुआत में अनिश्चितता के कारण फैसले टाले जा सकते हैं और जून तिमाही में वृद्धि पर असर पड़ सकता है। इसका मतलब यह है कि कई कंपनियों के मामले में अनुमानित रूप से वित्त वर्ष 26 का समापन अब वित्त वर्ष 25 की तुलना में ज्यादा खराब हो सकता है।’
रिपोर्ट में वित्त वर्ष 27 की अनुमानित राजस्व वृद्धि में 1.2 से 3.4 प्रतिशत और एबिट मार्जिन में 10 से 50 आधार अंकों की कमी की गई है, जिससे प्रति शेयर आय में 1.6 से 5.8 प्रतिशत की कमी होगी।
यह अनिश्चितता इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि टैरिफ का परिदृश्य अलग-अलग तरीकों से सामने आ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘संभावित परिणामों से अनिश्चितता बढ़ सकती है। इन बढ़ी हुई अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए हम पीई मल्टिपल के लक्ष्य को एक से दो गुना कम करते हैं। कुल मिलाकर हम शेयरों के उचित मूल्यों में दो से 10 प्रतिशत की कटौती करते हैं।’
(डिस्क्लेमर : बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कटक परिवार के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है।)