फ्यूचर रिटेल के कर्मचारियों ने सर्वोच्च न्यायालय से कहा है कि कंपनी को अपनी रिटेल परिसंपत्तियां बेचने की अनुमति दी जाए और एमेजॉन डॉटकॉम इंक. के खिलाफ मौजूदा विवाद में निर्णय दिया जाए। एक कानूनी दस्तावेज के अनुसार, विवाद से 27,000 नौकरियों को जोखिम का हवाला दिया गया है।
एमेजॉन द्वारा सफल कानूनीचुनौतियों की वजह से फ्यूचर समूह बाजार दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपनी परिसंपत्तियां बेचने के लिए 3.4 अरब डॉलर का अपना सौदा पूरा करने में विफल रहा है। एमेजॉन का तर्क है कि फ्यूचर ने कुछ पहले से मौजूद अनुबंधों का उल्लंघन किया और रिलायंस को अपनी परिसंपत्तियां बेचने का निर्णय लिया। चूंकि भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने इस विवाद की सुनवाई की है, इसलिए फ्यूचर रिटेल (एफआरएल) समूह के कर्मचारियों ने एमेजॉन के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की जिसमें कहा गया कि इस प्रस्तावित सौदे की वजह से उनकी आजीविका दांव पर लग गई थीं। एफआरएल इम्पलॉयी वेलफेयर एसोसिएशन ने 20 नवंबर को दी जानकारी में कहा, ‘यदि सौदा विफल रहता तो फ्यूचर परिसमापन की स्थिति में होगी, जिससे उसके 27,000 कर्मचारियों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ेगा। इन कर्मचारियों के परिवार सड़क पर आ जाएंगे।’
