प्रमुख अस्पताल कंपनी फोर्टिस तेजी से वृद्धि की अपनी रणनीति के तहत 250 से 300 बेड वाले अस्पतालों का अधिग्रहण करने की तैयारी कर रही है। कंपनी इसके लिए एक तटस्थ ब्रांड का भी विकल्प चुन सकती है।
साल 2018 में मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर में 31 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद बेड अधिग्रहण के मामले में फोर्टिस धीमी गति से आगे बढ़ रही है। कंपनी अपने कारोबार संचालन को मजबूत करने, बहीखाते ठीक करने और लाभप्रदता सुधारने पर ध्यान दे रही है।
परिचालन में बदलाव के बाद फोर्टिस अब अगले तीन से चार वर्षों में 2 हजार बेड बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी ने हाल में मानेसर में 350 बेड वाले अस्पताल का अधिग्रहण किया है। साथ ही फोर्टिस एक तटस्थ ब्रांड पर भी विचार कर रही है।
कंपनी के मौजूदा ब्रांड नाम फोर्टिस (साथ ही पुराने डायग्नोस्टक ब्रांड एसआरएल) का स्वामित्व पहले पूर्व प्रवर्तक संस्थाओं के पास था। फोर्टिस हेल्थकेयर के मुख्य वित्त अधिकारी विवेक कुमार गोयल ने कहा, ‘हमारा मानना है कि एसआरएल के लिए हम एजिलस ब्रांड की दिशा में बढ़ने में पिछले एक साल में सफल रहे हैं। फोर्टिस ब्रांड का मामला न्यायालय में है और हमारी इस पर करीब से नजर है। हमारा कदम अदालत की कार्यवाही पर निर्भर करेगा।’
उन्होंने कहा, ‘हम हर तरह के विकल्प देख रहे हैं। इनमें फोर्टिस ब्रांड को बरकरार रखना भी शामिल है और पार्क वे ब्रांड की ओर रुख करना या फिर किसी तटस्थ ब्रांड की ओर जाना भी शामिल है। इसलिए हमारे पास सभी विकल्प हैं और हम उन विकल्पों को काफी सावधानी से देख रहे हैं और इन पर अंतिम निर्णय लेने के बाद हम बाजार में आएंगे।’
पार्कवे ब्रांड का स्वामित्व आईएचएच हेल्थकेयर के पास है।गोयल ने कहा कि एजिलस तटस्थ ब्रांड है जो अब पूरी तरह से कंपनी के स्वामित्व में है। गोयल ने बताया कि फोर्टिस ब्रांड का स्वामित्व पूर्व प्रवर्तक संस्थाओं के पास है और ब्रांड लाइसेंस समझौता भी खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, ‘हम ब्रांड रॉयल्टी शुल्क का हिसाब-किताब कर रहे है। इस शुल्क की हमारे राजस्व के 0.25 फीसदी पर गणना की गई है और समाप्त हुए समझौते की शर्तों के अनुरूप है।’
गोयल ने कहा, ‘जब हम एक तटस्थ ब्रांड में जाएंगे ये शुल्क खत्म हो जाएंगे। उदाहरण के लिए तटस्थ ब्रांड अपनाने पर हमने पहले ही ये शुल्क हटा दिया था। इस तरह अगर फोर्टिस एक तटस्थ ब्रांड बनने का फैसला करती है तो हमें वहां से आर्थिक लाभ मिलेगा।’ इसबीच अस्पताल कंपनी बेड की संख्या बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। पिछले तीन से चार वर्षों के दौरान उसने 400-500 बेड बढ़ाए हैं।