भारत में क्रिकेट की दीवानगी का फायदा उठाने वाले वैश्विक प्रसारणकर्ताओं की नाक में नकेल डालने की तैयारी कर ली गई है। अब उन्हें देश में क्रिकेट के प्रसारण से होने वाली भारी कर्माई पर आयकर देना होगा।
आयकर आयुक्त ने खेल चैनल निम्बस की एक दलील को ठुकराते हुए यह कहा। निम्बस ने कहा था कि उसे भारत में किसी तरह का कर देने की जरूरत नहीं है। सिंगापुर की कंपनी वर्ल्ड स्पोट्र्स निम्बस ने हालांकि आयकर आयुक्त के फैसले के खिलाफ आयकर अपीली न्यायाधिकरण में अपील करने का फैसला किया है।
मौजूदा मामले में आकलन अधिकारी ने निम्बस पर उसकी आय के हिसाब से छह करोड़ रुपये का कर लगाया। यह आय उसे 2002 से 2005 के बीच क्रिकेट मैचों के सीधे प्रसारण से हुई। निम्बस कर आकलन अधिकारी के आकलन से सहमत नहीं थी और वह आयकर आयुक्त के पास मामला ले गई लेकिन वहां भी उसे राहत नहीं मिली। कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी यू. शाह ने बताया, ‘आयकर आयुक्त ने कंपनी के खिलाफ आदेश दिया है। हम इस आदेश के खिलाफ अपील करेंगे।’