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अच्छे मॉनसून से FMCG कंपनियों को मिली राहत की उम्मीद, ग्रामीण-शहरी दोनों क्षेत्रों में बढ़ेगी मांग

बारिश सामान्य से 5% अधिक रहने का अनुमान, ग्रामीण आय और उपभोग में तेजी की संभावना

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शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- April 16, 2025 | 11:06 PM IST

इस साल देश में मॉनसून के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा के अनुमान के बाद रोजमर्रा की जरूरत का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) को देश के शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने इस साल मॉनसून के दौरान देश में ऐतिहासिक औसत 87 सेंटीमीटर से 5 फीसदी अधिक वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है।

उपभोक्ता कंपनियों का कहना है कि देश में लगातार चौथे साल मॉनसून में पर्याप्त वर्षा का अनुमान लगाया गया है। इन कंपनियों ने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में देश की 65 फीसदी आबादी रहती है। कंपनियों के अनुसार खरीफ फसलें अच्छी रहने से लोगों की आय बढ़ेगी जिसका फायदा उन्हें भी मिलेगा।

सरकार ने चालू वित्त वर्ष में सालाना 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर न लगाने की भी घोषणा की है। साथ ही देश में सामान्य से अधिक बारिश के अनुमान से उपभोग को और अधिक ताकत मिल सकती है। एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी अंशु मलिक ने कहा, ‘सामान्य से अधिक बारिश होने पर ग्रामीण क्षेत्र में मांग को दम मिलेगा। इन क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों से मांग में पहले से ही सुधार देखा जा रहा है।

अब मॉनसून अच्छा रहने से मांग को और बढ़ावा मिलेगा।’ मलिक ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति 4 फीसदी के आसपास है। उपज बढ़ने से मुद्रास्फीति में और कमी आ सकती है। अन्य उपभोक्ता कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी यही राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि अच्छे मॉनसून के कारण ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों से मांग बढ़ेगी।

पारले प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष मयंक शाह ने कहा, ‘शहरी मांग में सुधार पहले ही दिखने लगा है और सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान ग्रामीण मांग के लिए अच्छी खबर है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अच्छा मॉनसून एक महत्त्वपूर्ण कारक है। इससे इनपुट लागत को नियंत्रण में रखने में भी मदद मिलेगी क्योंकि पैदावार भी अधिक होने की उम्मीद है।’

जायडस वेलनेस के मुख्य कार्याधिकारी तरुण अरोड़ा ने कहा, ‘बारिश दमदार रहने से मुद्रास्फीति में कमी आनी चाहिए। इससे शहरी क्षेत्रों में मुद्रास्फीति कम होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग की स्थिति मजबूत होती जाएगी। पूर्वानुमान से न केवल उपभोग बढ़ेगा बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को ताकत मिलेगी।’

एनआईक्यू के ताजा आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर तिमाही (वित्त वर्ष 2025) में शहरी एवं ग्रामीण मांग में वृद्धि देखी गई है। उसने यह भी कहा कि भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों का प्रदर्शन शहरी क्षेत्रों से लगातार बढ़िया रहा है।

मैरिको, डाबर इंडिया और एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस ने अपने तिमाही पूर्व अनुमान में कहा है कि जनवरी से मार्च (वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही )तिमाही में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में मांग की स्थिति अच्छी रही है।

First Published : April 16, 2025 | 11:06 PM IST