कंपनियां

Elon Musk ने दी धमकी, हेटफुल ट्वीट बढ़ने की बात कहने वाले शोधकर्ताओं के खिलाफ कर सकते है कानूनी कार्रवाई

Elon Musk ने ‘सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट’ को पत्र लिखकर घृणा भाषण तथा कॉन्टेंट मॉडरेशन में गैर-लाभकारी संगठन के अनुसंधान पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी।

Published by
भाषा   
Last Updated- August 01, 2023 | 12:39 PM IST

पहले ट्विटर (Twitter) के नाम से पहचाने जाने वाली माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ (X) ने स्वतंत्र अनुसंधानकर्ताओं के उस समूह पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी है जिन्होंने अपने अनुसंधान में ईलॉन मस्क (Elon Musk) द्वारा इस सोशल मीडिया मंच को पिछले साल खरीदे जाने के बाद से इस पर घृणा भाषण बढ़ने की बात कही है।

मस्क ने दी कानूनी कार्रवाई करने की धमकी

सोशल मीडिया मंच की पैरवी करने वाले एक वकील ने 20 जुलाई को ‘सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट’ (सीसीडीएच) को पत्र लिखकर घृणा भाषण तथा कॉन्टेंट मॉडरेशन में गैर-लाभकारी संगठन के अनुसंधान पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी।

कॉन्टेंट मॉडरेशन उपयोगकर्ता-जनित सामग्री के लिए तय नियमों और दिशानिर्देशों को लागू करने पर नजर रखने की प्रक्रिया है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि संचार (विशेष रूप से कोई पोस्ट) स्वीकार्य है या नहीं।

ये भी पढ़ें : Elon Musk को झटका! Tesla के लिए कोई स्पेशल पॉलिसी नहीं बनेगी

पत्र में लगाया आरोप

पत्र में आरोप लगाया गया है कि ऐसा लगता है कि सीसीडीएच का अनुसंधान ‘‘उत्तेजक दावे करके मंच से विज्ञापनदाताओं को दूर कर ट्विटर के कारोबार को नुकसान’’ पहुंचाना चाहता है। सीसीडीएच एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसके अमेरिका तथा ब्रिटेन में कार्यालय हैं। वह आए दिन एक्स, टिकटॉक या फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर घृणा भाषण, चरमपंथ या नुकसानदायक बर्ताव पर रिपोर्ट प्रकाशित करता रहता है।

सेंटर के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी इमरान अहमद ने सोमवार को बताया कि उनके समूह को सोशल मीडिया, घृणा भाषण तथा चरमपंथ के बीच संबंध का अध्ययन करने के इतिहास के बावजूद किसी भी प्रौद्योगिकी कंपनी से कभी ऐसी प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर मस्क हमें चुप कराने में कामयाब हो जाते हैं तो अगली बारी अन्य अनुसंधानकर्ताओं की होगी।’’

ये भी पढ़ें : Spicejet को झटका! हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत

First Published : August 1, 2023 | 12:39 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)