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सितंबर में दोगुना से ज्यादा बिके इलेक्ट्रिक यात्री वाहन, टाटा मोटर्स निकली आगे

जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने पिछले महीने 3,912 गाड़ियां बेचीं, जो पिछले सितंबर में बेची गईं 1,021 गाड़ियों के मुकाबले तीन गुना अधिक है

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सोहिनी दास   
Last Updated- October 08, 2025 | 11:12 PM IST

सितंबर में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री दोगुना से ज्यादा बढ़ गई। इसमें टाटा मोटर्स 6,000 से ज्यादा पंजीकरण और 40 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रही। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स फेडरेशन (फाडा) के आंकड़ों से पता चला है कि बाजार में नई उतरी टेस्ला ने भी सितंबर में 64 वाहन बेचे हैं। सितंबर में कुल यात्री इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री एक साल पहले के 6,191 इकाइयों के मुकाबले बढ़कर 15,329 हो गई।

टाटा मोटर्स ने सितंबर में एक साल पहले के मुकाबले 62 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए 6,216 गाड़ियां बेचीं। कंपनी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि सितंबर में उनकी ईवी की बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 96 फीसदी बढ़कर 9,191 इकाई (घरेलू और निर्यात) हो गई। तिमाही के दौरान कंपनी की इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 59 फीसदी बढ़कर लगभग 25,000 इकाई हो गई है, जो इसकी कुल बिक्री का लगभग 17 फीसदी है।

जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने पिछले महीने 3,912 गाड़ियां बेचीं, जो पिछले सितंबर में बेची गईं 1,021 गाड़ियों के मुकाबले तीन गुना अधिक है। तीसरे स्थान पर रही महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने 3,243 गाड़ियां बेचीं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 475 गाड़ियों की बिक्री की थी। इसके बाद बीवाईडी इंडिया  ने 547, किआ इंडिया 506, ह्युंडै मोटर इंडिया ने 349, बीएमडब्ल्यू इंडिया ने 310 और मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने 97 यूनिट्स गाड़ियां बेची हैं।

जीएसटी 2.0 ने पेट्रोल-डीजल वाले वाहनों पर कर की दरें कम कर दी हैं और इस तरह इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ कर अंतर को भी कम कर दिया है। वाहन कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों कहना है कि कम से कम अगली दो तिमाहियों तक स्थिति पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पेट्रोल-डीजल और इलेक्ट्रिक वाहन का यह तालमेल कैसे आगे बढ़ता है।

First Published : October 8, 2025 | 11:08 PM IST