भले ही आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (एआई) क्षेत्र में दिग्गज अमेरिकी कंपनी एन्वीडिया कॉर्प ने अपनी ताजा तिमाही आय और अक्टूबर तिमाही के लिए शानदार अनुमानों से बाजार को चौंका दिया हो, लेकिन विश्लेषक अगले कुछ वर्षों के दौरान भारतीय आईटी कंपनियों के आगामी प्रदर्शन को लेकर विभाजित नजर आ रहे हैं।
एन्वीडिया ने बुधवार को जुलाई, 2023 की तिमाही में 13.5 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया, जबकि उसका मुनाफा 2.70 डॉलर प्रति शेयर रहा।
विश्लेषकों ने करीब 11 अरब डॉलर की बिक्री और 2.07 अरब डॉलर के लाभ का अनुमान जताया। रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी द्वारा अक्टूबर तिमाही के लिए, बिक्री करीब 16 अरब डॉलर रहने का अनुमान जताया गया है जबकि विश्लेषकों ने यह आंकड़ा 12.5 अरब डॉलर रहने की संभावना जताई है।
गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों ने घरेलू तौर पर आईटी क्षेत्र में वृद्धि को रुकी हुई मांग, जेनरेटिव एआई से अनुकूल हालात होने और क्लाउड तथा मैनेज्ड सर्विसेज की दिशा में सकारात्मक बदलावों से मदद मिलने की उम्मीद जताई है।
विश्लेषकों को आईटी कंपनियों (जिन पर वे नजर रखते हैं) में वित्त वर्ष 2025 से 9-10 प्रतिशत की सालाना राजस्व वृद्धि की उम्मीद है। एलटीआईमाइंडट्री, इन्फोसिस और टीसीएस ‘खरीद’ रेटिंग के साथ इस क्षेत्र में उनके पसंदीदा शेयर हैं। वहीं टेक महिंद्रा और विप्रो के लिए उन्होंने ‘बेचें’ रेटिंग दी है।
उन्होंने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय आईटी कंपनियों ने पिछले 10 साल में अपनी बाजार भागीदारी दोगुनी बढ़ाकर कैलेंडर वर्ष 2022 में वैश्विक आईटी खर्च के 6.2 प्रतिशत पर पहुंचाने में सफलता हासिल की और कुशल और किफायती श्रम बल के साथ साथ विविधीकृत भौगोलिक मौजूदगी की मदद से ये कंपनियां आने वाले वर्षों में मजबूत भागीदारी बरकरार रख सकती हैं।
गोल्डमैन सैक्स के मनीष अदुकिया, हर्षिता वाढेर और मानसी मित्तल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, ‘वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान 12-15 प्रतिशत की परिचालन मुनाफा वृद्धि राजस्व वृद्धि के मुकाबले तेज रहेगी, क्योंकि हम मार्जिन वृद्धि के कई सेगमेंट में मौजूदगी देख रहे हैं और अपने कवरेज वाली कंपनियों का मार्जिन बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं।’
इस बीच, शेयर बाजारों की बात की जाए तो निफ्टी आईटी सूचकांक ने चालू वित्त वर्ष में अब तक करीब 8 प्रतिशत की तेजी के साथ सुस्त प्रदर्शन किया है, क्योंकि समान अवधि के दौरान निफ्टी-50 में करीब 12 प्रतिशत की तेजी आई है।
जेफरीज के विश्लेषकों का मानना है कि व्यवसाय के हिसाब से इस क्षेत्र के लिए दीर्घावधि के लिहाज से परिदृश्य मजबूत दिख रहा है, लेकिन ऊंची कर्मचारी लागत से जुड़ी कंपनियों पर लगातार सतर्क बने रहने की जरूरत है। उनका मानना है कि ऊंची कर्मचारी लागत से मार्जिन पर दबाव बना रहेगा।
जेफरीज ने टीसीएस, एचसीएल टेक और कोफोर्ज को ‘होल्ड’ रेटिंग दी है जबकि इन्फोसिस को खरीदने की सलाह दी है।