कंपनियां

Dabur India: तीसरी तिमाही में डाबर का राजस्व रहेगा सपाट

तीसरी तिमाही में आधुनिक व्यापार और ई-कॉमर्स में वृद्धि, सामान्य व्यापार चैनल पर दबाव; हेल्थ और पर्सनल केयर में सीमित बढ़त की उम्मीद

Published by
अक्षरा श्रीवास्तव   
Last Updated- January 03, 2025 | 9:56 PM IST

रोजमर्रा के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली देसी कंपनी डाबर इंडिया की चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही (तीसरी तिमाही) में राजस्व वृद्धि एक अंक में होगी। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। हाजमोला कैंडी और रियल फ्रूट जूस बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि तीसरी तिमाही में ग्रामीण खपत लचीली बनी रही और शहरी इलाकों के मुकाबले तेजी से बढ़ी।

कंपनी ने कहा है कि सामान्य व्यापार में दबाव बरकरार रहा, लेकिन आधुनिक व्यापार, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स जैसे वैकल्पिक चैनल में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। सितंबर में तिमाही में कंपनी ने सामान्य व्यापार चैनल के लिए एक बार अपने स्टॉक को कम करने की पहल की थी।

कंपनी ने कहा है कि उसने कुछ क्षेत्रों में महंगाई का दबाव देखा है, जिसे मूल्य वृद्धि और लागत कम करने के उपायों से कम किया गया। इस कारण कंपनी ने कहा कि उसे तीसरी तिमाही में परिचालन लाभ वृद्धि सपाट रहने की उम्मीद है।

डाबर इंडिया को उम्मीद है कि उसका हेल्थ ऐंड पर्सनल केयर कारोबार की मध्य से उच्च एक अंक में वृद्धि होगी, जबकि सर्दी देर से शुरू होने के कारण च्यवनप्राश वाले उसके स्वास्थ्य देखभाल पोर्टफोलियो की वृद्धि सपाट रह सकती है। कंपनी के पेय पदार्थ कारोबार में भी धीमी वृद्धि दर्ज करने की आशंका है और होममेड और बादशाह जैसे इसके पाक कला कारोबार ने अच्छा प्रदर्शन किया है और मजबूत दो अंकों में वृद्धि होने की उम्मीद है।

इस बीच, पैराशूट नारियल तेल बनाने वाली मैरिको ने कहा है कि उसके घरेलू ने प्रमुख फ्रैंचाइजी की बाजार हिस्सेदारी में लगातार बढ़ने के साथ-साथ मात्रात्मक वृद्धि में क्रमिक वृद्धि दर्ज की है।

First Published : January 3, 2025 | 9:56 PM IST