प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
कोका-कोला इंडिया को भारत में मजबूत मांग बरकरार रहने की उम्मीद है। मुंबई में आयोजित गोलमेज सम्मेलन में कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी और कार्यकारी उपाध्यक्ष हेनरिक ब्रॉन ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘हमेशा सीधी रेखा नहीं होती है मगर आप साल दर साल के मुकाबले तुलना करते हैं को समयसीमा जितनी बड़ी होगी उतनी ही अच्छी तरह से आप पाएंगे कि क्या चल रहा है और मांग दमदार बनी हुई है।’ मात्रा के लिहाज से कोका-कोला के लिए भारत पांचवां बड़ा बाजार है।
ब्रॉन ने कहा कि इसमें भिन्नता हो सकता है मगर भारत बढ़ती मांग वाला बाजार बना है और उद्योग लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘अलग-अलग आधार हैं, लेकिन मांग सृजन का मौका अभी भी मौजूद है।’ क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा पर ब्रॉन ने कहा कि हमारे देश विकासशील और जीवंत उद्योग में हमेशा नई कंपनियां बाजार में आएंगी। उन्होंने कहा, ‘प्रवेश की बाधाएं उतनी बड़ी नहीं हैं मगर बने रहना और पैमाना बढ़ाने की बाधाएं काफी अधिक हैं।’
ब्रॉन ने कहा कि प्रतिस्पर्धा का स्वागत है क्योंकि इससे कंपनी को अपने खेल में शीर्ष पर बरकरार रहने में मदद मिलती है और उपभोक्ता एवं ग्राहकों के साथ जुड़ने के तरीकों पर विचार करने में भी सहायता होती है।
शहरी मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शहरी मांग के बारे में इसलिए भी सोचना चाहिए क्योंकि न केवल सामान्य चैनल से आपको बिक्री मिलती है, बल्कि आपको पूरे परिवेश को जोड़ने की जरूरत है। यह गणित आसानी से नहीं किया जा सकता है क्योंकि बाजार के कुछ माप ही पूरी तरह सब कुछ नहीं बता पाते हैं। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि भारत अभी भी एक विकासशील देश है और उद्योग के लिए वृद्धि के अवसर अभी भी मौजूद हैं।