औषधि विभाग ने रविवार को 923 अनुसूचित दवा फॉर्मूलेशन के लिए संशोधित कीमतों की सालाना सूची जारी की है और 65 फॉर्मूलेशनों की खुदरा कीमतों में संशोधन किया है। संशोधित दरें 1 अप्रैल से लागू हो गई हैं।
यह संशोधन राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) द्वारा थोक बिक्री मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) में बदलावों के आधार पर नैशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल ड्रग्स (एनएलईएम) यानी आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में शामिल दवाओं की कीमतों में 0.00551 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा के बाद किया गया है।
मूल्य निर्धारण नियामक ने 26 मार्च को एक सूचना में कहा था, ‘वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार विभाग के आर्थिक सलाहकार के कार्यालय द्वारा मुहैया कराए गए डब्ल्यूपीआई आंकड़े पर आधारित थोक महंगाई में सालाना बदलाव 2022 की अवधि के मुकाबले कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान +0.00551 प्रतिशत देखा गया है।’
बदलावों की वजह से निर्माता अब थोक महंगाई सूचकांक के आधार पर दवा फॉर्मूलेशनों की एमआरपी बढ़ा सकते हैं और इसके लिए उन्हें सरकार से कोई मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी। नई संशोधित दर सूची में पैनकिलर, एंटीवायरल, एंटीबायोटिक्स, मलेरिया रोधी और टाइप-2 डायबिटीज के लिए आवश्यक दवाएं शामिल हैं। पैनकिलर दवा डिक्लोफैनेक की कीमत अब प्रति टैबलेट 2.05 रुपये होगी, जबकि आइब्रूफेन टैबलेट 200 एमजी 0.71 रुपये और 400 एमजी 1.20 रुपये में मिलेगी।
आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली एंटीबायोटिक एजिथ्रोमायसिन की 250 एमजी की एक गोली 11.65 रुपये में और 500 एमजी की 23.57 रुपये में उपलब्ध होगी। एंटीबैक्टीरियल ड्राई सीरप जिसमें एमॉक्सीसिलिन और क्लैव्यूलैनिक एसिड का फॉर्मूलेशन होता है, की कीमत 2.05 रुपये प्रति मिलीलीटर होगी।
एसिक्लोविर जैसे एंटीवायरल की 200 एमजी टैबलेट के लिए 7.61 रुपये और 400 एमजी के लिए 13.66 रुपये देने होंगे।