सेमीकंडक्टर चिप की बेहतर आपूर्ति और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (SUV) की अधिक मांग के बीच भारतीय वाहन उद्योग ने मई में 3,34,802 घरेलू यात्री वाहनों की अब तक की सर्वाधिक थोक बिक्री दर्ज की है।
मारुति सुजूकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (Marketing and Sales) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि मई का पिछला शीर्ष स्तर वर्ष 2018 में देखा गया था, जब घरेलू यात्री वाहनों की थोक बिक्री 3,01,238 थी।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान बुकिंग बढ़ती रही है क्योंकि चिप की कमी ने उत्पादन को प्रभावित किया था। उन्होंने कहा कि चिप आपूर्ति की स्थिति बेहतर हो गई है, इसलिए इनमें से कई लंबित बुकिंग को पूरा कर दिया गया है।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि चिप की कमी के कारण एर्टिगा, एक्सएल6, ब्रेजा, ग्रैंड विटारा और फ्रॉन्क्स समेत कुछ मॉडलों का उत्पादन प्रभावित हो रहा है और वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में आपूर्ति की स्थिति बेहतर रहने की उम्मीद है।
मारुति की घरेलू यात्री वाहन थोक बिक्री पिछले साल के मुकाबले मई में 15.45 प्रतिशत तक बढ़कर 1,43,708 इकाई हो गई है। उन्होंने कहा कि बाजार में नई पेशकश और एसयूवी की बढ़ती मांग ने भी उद्योग की थोक बिक्री को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी कुल बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी पिछले साल मई की करीब 12 प्रतिशत से बढ़कर इस साल मई में करीब 21 प्रतिशत हो गई है।
मई में वाहन उद्योग की कुल घरेलू बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी 46.5 प्रतिशत रही। पिछले साल की तुलना घरेलू वाहन उद्योग की बुकिंग मई में 10 प्रतिशत तक बढ़ी है। ह्युंडै (Hyundai) की घरेलू यात्री वाहन बिक्री मई में पिछले साल की तुलना में 14.91 प्रतिशत बढ़कर 48,601 इकाई हो गई।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (M&M) ने मई में 32,886 वाहन बेचे और पिछले साल के मुकाबले 22.23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने मई में घरेलू बिक्री को दोगुना कर 20,410 कर दिया। टीवीएस मोटर्स की घरेलू दोपहिया बिक्री बढ़कर 2,52,690 वाहन हो गई। बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री भी इस साल मई में दोगुनी हो गई।