एएलडी ऑटोमोटिव और लीजप्लान के विलय के बाद बनी कंपनी एवेंस ने भारतीय कार लीजिंग बाजार में अग्रणी कंपनी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। फिलहाल 50 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी रखने वाली यह कंपनी निरंतर विकास के प्रति आश्वस्त है और इस साल के दौरान अपने बेड़े के आकार में आठ से 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगा रही है।
भारतीय कार लीजिंग बाजार में लगभग 90,000 वाहन शामिल हैं। एवेंस का यह अनुमान कार लीजिंग की बढ़ते रुझान के अनुरूप है क्योंकि कारोबार आवागमन के ज्यादा लचीले और किफायती समाधान चाहते हैं। एवेंस विभिन्न उद्यमों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूल लीजिंग पैकेज की पेशकश करते हुए कॉरपोरेट श्रेणी को सेवाएं देती है।
भारत में एवेंस के कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर और एशिया में सब-रीजनल डायरेक्टर शुभजित करमाकर ने कहा ‘इस साल हम उम्मीद कर रहे हैं कि हमारा बेड़ा करीब आठ से 10 प्रतिशत तक बढ़ेगा। हमें उम्मीद है कि साल के आखिर तक हम लगभग 46,000 कारों के बेड़े का प्रबंधन करेंगे। हालांकि हमारा प्राथमिक उद्देश्य अपनी मौजूदा बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक तक बनाए रखना है, लेकिन फिलहाल इसे आक्रामक रूप से बढ़ाने की हमारी कोई योजना नहीं है।
हमारे नए ब्रांड की शुरूआत न केवल बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर बल्कि वैश्विक स्तर पर अग्रणी टिकाऊ आवागमन सेवा प्रदाता बनने पर ध्यान केंद्रित करने की हमारी व्यापक रणनीति के अनुरूप है। हमारी लक्ष्य वृद्धि दर सालाना आठ से नौ प्रतिशत स्तर पर स्थिर बनी हुई है। यह वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी टिकाऊ आवागमन कंपनी के रूप में विकसित होने की हमारी प्रतिबद्धता पर जोर देती है।’ एयवेंस के पास फिलहाल भारत में 44,000 वाहनों का बेड़ा है। कंपनी की देश के 280 प्रमुख शहरों में उपस्थिति है।