Byju’s layoffs: नकदी किल्लत से जूझ रही बैजूस लगभग 500 कर्मचारियों की छंटनी कर दी, जो उसके कुल कर्मचारी आधार का करीब 3 प्रतिशत है। जानकारों के अनुसार कंपनी ने व्यावसायिक पुनर्गठन पहल के तहत यह कदम उठाया है, क्योंकि उसे गंभीर नकदी किल्लत, निवेशकों और ऋणदाताओं से टकराव का सामना करना पड़ रहा है। छंटनी के नए राउंड से मुख्य तौर पर कंपनी में बिक्री, विपणन और शिक्षण से जुड़ी जिम्मेदारियां संभालने वाले लोग प्रभावित होंगे। कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या लगभग 15,000 है।
छंटनी का नया दौर कंपनी द्वारा लगभग 4,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए पिछले साल शुरू की गई पुनर्गठन प्रक्रिया का हिस्सा है। इन योजनाओं को अर्जुन मोहन द्वारा अंतिम रूप दिया गया है जिन्हें पिछले साल मृणाल मोहित की जगह भारतीय व्यवसाय के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) के रूप में पदोन्नत किया गया था। पिछले साल अक्टूबर से नवंबर के बीच करीब 3,000 लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया गया।
हालांकि छंटनी के नए राउंड में कंपनी के एचआर विभाग के अधिकारियों ने फोन कॉल और उसके बाद एक ईमेल संदेश के जरिये स्टाफ को निकाल दिया है। इस घटनाक्रम से अवगत लोगों का कहना है कि कंपनी ने उन्हें तुरंत बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू की और उन्हें सूचित किया कि उनका आज अंतिम कार्य दिवस था।
एक व्यक्ति ने कहा, ‘कर्मचारियों के पास एचआर विभाग के अधिकारी से कॉल आया और उन्हें बताया गया कि आज उनका लास्ट वर्किंग डे है और उसके बाद इस बारे में एक ईमेल भी आया। कर्मचारी इस बात से दुखी हैं कि एचआर अधिकारियों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया।’
सूत्रों के अनुसार, फोन कॉल पर छंटनी शुरू करने के अलावा, बैजूस ने कर्मचारियों को परफॉरमेंस इम्प्रूवमेंट प्लान (पीआईपी) या उन्हें नोटिस पीरियड दिए बगैर निकालना शुरू किया है।
जब कर्मचारियों ने इस छंटनी का कारण पूछा तो एचआर अधिकारियों ने इसके लिए कंपनी की कमजोर वित्तीय स्थिति को जिम्मेदार बताया। एक व्यक्ति ने कहा, ‘कर्मचारियों में तनाव है। बैजूस ने लगातार दूसरे महीने अपने कर्मचारियों का वेतन रोकने का फैसला किया है। कंपनी को पिछले कुछ समय से कर्मचारियों द्वारा नौकरी छोड़कर चले जाने की समस्या से जूझना पड़ रहा था, लेकिन रोजगार बाजार चुनौतीपूर्ण है जिस वजह से उनके लिए नई नौकरी तलाशना मुश्किल हो रहा है।’
कंपनी ने छंटनी की पुष्टि कर दी है, लेकिन इस बारे में किसी आंकड़े का खुलासा नहीं किया है।
बैजूस के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम परिचालन ढांचा आसान बनाने, लागत आधार घटाने और बेहतद नकदी प्रवाह प्रबंधन के लिए अक्टूबर 2023 में घोषित व्यावसायिक पुनर्गठन पहल के आखिरी चरणों में हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि हम चार विदेशी निवेशकों के साथ मौजूदा कानूनी लड़ाई की वजह से कंपनी में विपरीत हालात से जूझ रहे हैं, जिसमें हरेक कर्मचारी और तंत्र को मौजूदा स्थिति को देखते हुए तनाव के दौर से गुजरना पड़ रहा है।’
वर्ष 2022 में एक समय बैजूस के कर्मचारियों की संख्या बढ़कर करीब 50,000 पर पहुंच गई थी, जिसमें एडटेक फर्म की विभिन्न सहायक इकाइयों के कर्मी भी शामिल थे।