विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूरोपीय संघ स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों को ज्यादा चिंतित नहीं होने को कह रहे हैं।
वहीं विश्लेषकों का कहना है कि आईटी कंपनियों को इस बारे में खास सजग रहना होगा और विषम स्थिति से निपटने के लिए उन्हें बिजनेस कंटीन्यूटिंग मैनेजमेंट (बीसीएम) और आपदा प्रबंधन योजना (डीआर) पर काम करना चाहिए।
शोध और सलाहकार फर्म गार्टनर के विश्लेषकों का कहना है कि अगर स्वाइन फ्लू महामारी का रूप लेता है, तो कंपनियों में 40 फीसदी तक अनुपस्थिति हो सकती है। ऐसे में कंपनी को काम-काज करने में परेशानी आ सकती है।
गार्टनर के शोध उपाध्यक्ष आर. विटी का कहना है कि दुनियाभर के उद्यमियों को अपने बीसीएम और डीआर की समीक्षा करनी चाहिए और संक्रमण फैलने की स्थिति में इससे कैसे निपटने के लिए कार्ययोजना बनानी होगी।
विश्लेषकों का कहना है कि आईटी कंपनियों को बीएमसी योजना पर काम करना होगा और आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा। टाटा कंस्ल्टेंसी, इन्फोसिस और विप्रो ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है। दरअसल, मैक्सिको की सरकार ने पांच दिनों की छुट्टी घोषित की है।
शोध और सलाहकार फर्म गार्टनर ने जताया अंदेशा
संक्रमण फैलने से 40 फीसदी तक हो सकती है अनुपस्थिति
