ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको पीएलसी (बीएटी पीएलसी), आईटीसी में अपनी शेयरधारिता का कुछ हिस्सा बेचने की कोशिश कर रही है। बीएटी पीएलसी, आईटीसी की सबसे बड़ी शेयरधारक है, जिसके पास कंपनी की 29.03 फीसदी हिस्सेदारी है।
गुरुवार को डनहिल व लकी स्ट्राइक की निर्माता ने दिसंबर में समाप्त वर्ष के नतीजे की घोषणा के समय यह संकेत दिया। कंपनी ने कहा कि वह आईटीसी में अपनी हिस्सेदारी के एक भाग की समीक्षा कर रही है जो बैलेंस शीट के लचीलेपन में इजाफे की गरज से किया जा रहा है।
बीएटी के मुख्य कार्याधिकारी टी. मोरोको ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, हमें पता है कि हमारे पास आईटीसी की खासी हिस्सेदारी है, जो हमें कुछ पूंजी वहां से निकालकर दूसरी जगह लगाने का मौका दे रही है।
आईटीसी में हमारी शेयरधारिता एक या अन्य तरीके से साल 1900 से ही है और यह शेयर पूंजी में बदलाव और नियामकीय पाबंदियां पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, हम कुछ समय से जरूरी नियामकीय प्रक्रिया पूरी करने पर सक्रियता से काम कर रहे हैं, जो हमें अपनी शेयरधारिता के कुछ हिस्से के मुद्रीकरण को लेकर लचीला रुख प्रदान करता है।
इस खबर से बीएटी का शेयर 7 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया। दूसरी ओर, आईटीसी का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया। नतीजे की घोषणा के बाद मोरेको ने निवेशकों से कहा, हम हम आईटीसी में प्रभाव का स्तर बनाए रखना चाहते हैं, जो खुद को बदल रहा है।
उन्होंने कहा, स्थानीय कानून के आधार पर वीटो अधिकार रखने के लिए न्यूनतम 25 फीसदी शेयरधारिता जरूरी होती है। इसका मतलब यह हुआ कि हमारे पास शेयरधारिता घटाने की गुंजाइश है क्योंकि हमारी हिस्सेदारी 29 फीसदी से ज्यादा है।
हालांकि मोरेको ने कहा कि इस बारे में समयसीमा बताना काफी मुश्किल है और संकेत दिया कि यह प्रक्रिया जटिल है। उन्होंने कहा कि कंपनी कुछ समय से मुख्य रूप से केंद्रीय बैंक के करीब रहे लोगों के साथ काम कर रही है।