घोटाले के खतरनाक खेल में ‘आउट’ होने से सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज लिमिटेड को बचाने में जुटी उसकी नई मालिक यानी टेक महिंद्रा अब उसे फुटबॉल के भी रोमांचक खेल में मददगार बनेगी।
फुटबॉल मैचों के लिए अपनी सेवाएं देने के तकरीबन तीन साल के अपने अनुभव के चलते टेक महिंद्रा ने तय किया है कि वह सत्यम को फीफा विश्व कप के दौरान आईटी आउटसोर्सिंग सेवाएं देने में मदद करेगी।
दिलचस्प बात यह है कि महिंद्रा समूह की कंपनी टेक महिंद्रा के पास 1950 से ही एक फुटबॉल क्लब भी है। इसके अलावा, टेक महिंद्रा ने यूरोपीय फुटबॉल संगठन यूनियन ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) के साथ अगस्त 2006 से एक करार भी किया है, जिसके तहत वह दुनियाभर में उसके फुटबॉल मैचों संबंधी जानकारी मोबाइल पर मुहैया कराने के लिए तकनीकी सेवाएं देती है।
2007 में अपनी खेल शाखा शुरू करने वाली सत्यम पहली ऐसी भारतीय कंपनी है, जिसने फीफा वर्ल्ड कप के अगले दो आयोजन, 2010 और 2014 के लिए ऑफिशियल आईटी सेवा वितरक और प्रायोजक अधिकार हासिल किए हैं।
सत्यम के एक प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया- टेक महिंद्रा यूईएफए को पहले से ही मोबाइल तकनीकी सेवाएं उपलब्ध करा रही है। लिहाजा कंपनी ने यह तय किया है कि वह सत्यम को भी अपने इस अनुभव और विशेषज्ञता का फायदा पहुंचाएगी। भावी विश्व कपों में हम दोनों मिलकर काम करेंगे।
जाहिर है, टेक महिंद्रा और सत्यम की यह जुगलबंदी सिर्फ विश्व कपों तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि भविष्य में इसके और भी क्षेत्रों में विस्तार होने की उम्मीद है। सत्यम के प्रवक्ता कहते हैं- टेक महिंद्रा अन्य खेलों के लिए सेवाएं उपलब्ध कराने के व्यापक पहलुओं पर भी विचार कर रही है।
सत्यम को भी फॉरम्यूला वन, बास्केटबॉल और अन्य खेलों में भी संभावनाएं नजर आ रही हैं। हमने नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) और अमेरिका में कुछ एफ वन संस्थाओं से इस बारे में बातचीत भी शुरू कर दी है।
हालांकि दिसंबर के बाद से ही चल रहे अप्रत्याशित घटनाक्रमों के चलते बातचीत की रफ्तार जरूर कुछ धीमी रही है। अब हम इस राह पर आक्रामक तरीके से कदम बढ़ाएंगे और हम मिलकर खेलों से जुड़ी सेवाएं मुहैया कराने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
अगले दो फीफा विश्व कप में आईटी सेवाएं देने में करेगी सत्यम की मदद
फुटबॉल के बेहतरीन अनुभवों के चलते सिखाएगी गुर
अन्य खेलों में भी मैदान में साथ-साथ उतरेंगे दोनों खिलाड़ी
