भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ई-कॉमर्स के क्षेत्र में स्व नियमन के माध्यम से मानक तैयार करने की कवायद में लगा है। बीआईएस की डिप्टी डायरेक्टर पारुल गुप्ता ने कहा कि भारत में ई-कॉमर्स बहुत तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में यह कवायद की जा रही है कि सभी हिस्सेदार स्वनियमन के माध्यम से एक मानक तैयार करें।
गुप्ता ने बेंगलूरु में एक इंटरनेट कॉमर्स सम्मेलन में कहा, ‘अगर मानकीकरण हो जाता है तो कारोबार में शामिल लोगों को किसी जिंस या सेवा की किसी जगह बैठकर और किसी भी वक्त लेनदेन करने की सहूलियत मिल सकेगी।’ गुप्ता ने कहा कि बीआईएस ने हाल ही में ई-कॉमर्स कारोबारियों, ट्रैवल पोर्टलों और फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्मों के लिए एक मानक पेश किया था, जो ग्राहकों की ऑनलाइन समीक्षा को लेकर थी।
इसमें सरकार की कवायद थी कि फर्जी समीक्षाओं से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि इसका मकसद विनिर्माताओं द्वारा खुद अपने ही उत्पाद के बारे में वांछित व अवांक्षित विचारों की निगरानी करना है। पिछले कुछ साल के दौरान ग्राहकों द्वारा खरीदारी के फैसले को प्रभावित करने के लिए समीक्षाओं की भूमिका बढ़ी है और इसमें सही और फर्जी तमाम तरह की समीक्षाएं आती हैं। इमेज रिटेल की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि नियामक से इसमे हस्तक्षेप की मांग की गई है।