भारतीय पर्सनल कंप्यूटर (PC Market) बाजार में चूंकि मांग घट रही है और आयात में गिरावट आ रही है, इसलिए ताइवान की पीसी विनिर्माता आसुस (ASUS) अपने गेमिंग और प्रीमियम खंड के उत्पादों पर दांव लगा रही है। कंपनी भारत में अपनी ऑफलाइन खुदरा बिक्री और विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करने पर भी विचार कर रही है।
इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक भारत का पीसी बाजार, जिसमें डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन शामिल हैं, कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान खेप पिछले साल की तुलना में 30.1 प्रतिशत घटकर 29.9 लाख रह गई।
ASUS भारतीय पीसी खंड में पांचवें स्थान पर
इस साल की पहली तिमाही के दौरान 6.8 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ आसुस भारतीय पीसी खंड में पांचवें स्थान पर है। ताइपे की यह कंपनी वाणिज्यिक पीसी खंड में प्रतिस्पर्धी नहीं है। वर्ष 2022 में इसकी केवल 1.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रही थी। हालांकि एचपी के बाद आसुस उपभोक्ता खंड में दूसरी सबसे बड़ा कंपनी है।
आसुस इंडिया के उपाध्यक्ष (उपभोक्ता और गेमिंग पीसी, सिस्टम बिजनेस ग्रुप) अर्नोल्ड सु ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि हम अब भी काफी आशावादी (खेप में गिरावट के बावजूद) हैं। उन्होंने कहा कि जब तक आसुस बाजार में नए उत्पाद पेश करना जारी रखे हुए, तब तक हमारे पास भारत में अपना कारोबार बढ़ाने का मौका है। कंपनी वृद्धि को रफ्तार देने के लिए अपने गेमिंग और प्रीमियम खंडों की पेशकशों पर बड़ा दांव लगा रही है।
अर्नोल्ड सु ने कहा कि हमारा गेमिंग खंड भारतीय बाजार में हमारे लिए प्रमुख मूल्य संचालक है। उन्होंने कहा कि गेमिंग खंड में प्रमुख सूचकांक मल्टीटास्किंग होता है। उपभोक्ता ऐसे उपकरण चाहते हैं, जिन्हें वे अपने दैनिक काम के लिए इस्तेमाल कर सकें, केवल गेमिंग के लिए नहीं।
भारत का गेमिंग उपकरण बाजार वर्ष 2022 में बढ़कर कुल 8,80,000 इकाई
इसके अनुरूप कंपनी ने हाल ही में भारत के पहले विंडोज युक्त हैंडहेल्ड पीसी कंसोल रोग एली की घोषणा की। सु के अनुसार भारत का गेमिंग उपकरण बाजार वर्ष 2022 में बढ़कर कुल 8,80,000 इकाई हो गया। इनमें से लगभग 50 प्रतिशत – तकरीबन 4,40,00 इकाई प्रीमियम खंड की थीं।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब पीसी बाजार की अगुआ एचपी, जिसने वर्ष 2016 से बाजार में अपना शीर्ष स्थान कायम रखा है, भी अपने गेमिंग और क्रिएटर पेशकश की मांग में वृद्धि देख रही है।