बीएस बातचीत
पुराने ट्रकों के लिए फाइनैंस पर ध्यान केंद्रित करने वाली कंपनी श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस कंपनी (एसटीएफसी) ने 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 684.56 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 765.05 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। कंपनी के प्रबंध निदेशक उमेश रेवणकर ने टीई नरसिम्हन से बातचीत में आगे की योजनाओं आदि विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। पेश हैं मुख्य अंश:
मांग में महीना दर महीना आपको किस प्रकार की वृद्धि दिख रही है? क्या मांग कोविड पूर्व स्तर पर लौट चुकी है?
सितंबर 2020 में उधारी की डिमांड अच्छी रही क्योंकि उसे अटकी हुई मांग रफ्तार मिली। हम उम्मीद करते हैं कि यह तीसरी तिमाही तक बरकरार रहेगी। नए वाहन/ उपकरण श्रेणी में एलसीवी, ट्रैक्टर और निर्माण उपकरणों की मांग काफी अच्छी है। हालांकि सभी श्रेणियों में पुराने वाहनों की मांग अच्छी है। वृद्धि का मुख्य कारण आर्थिक गतिविधियों का सुचारु होना और आवश्यक खपत के कोविड पूर्व स्तर तक लौटना है।
त्योहारी सीजन की शुरुआत कैसी रही और आगे स्थिति कैसी रहने की संभावना है?
त्योहारों के मौसम ने देश भर में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं/ उत्पादों के लिए अच्छी शुरुआत की है। हालांकि अभी तक कपड़ा एवं अन्य गैर-आवश्यक/ विवेकाधीन उत्पादों की मांग में तेजी आना बाकी है। हम उम्मीद करते हैं कि दीवाली तक उसमें धीरे-धीरे सुधार होना चाहिए।
क्या आपको लगता है कि चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में आपके एयूएम में सुधार होगा?
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान एयूएम में 5 से 6 फीसदी की वृद्धि होगी और अगले वित्त वर्ष के दौरान इसमें दो अंकों में वृद्धि दिखेगी।
पुराने वाहनों का विक्रय मूल्य कैसा है? आपके मार्जिन की कैसी स्थिति है?
एलसीवी, यात्री वाहन और ट्रैक्टर श्रेणी में पुराने वाहनों का विक्रय मूल्य काफी अच्छा है। हालांकि भारी वाहन श्रेणी में लेनदेन काफी अधिक हो रहा और इसलिए फिलहाल उसका आकलन करना जल्दबाजी होगी।
एकमुश्त ऋण पुनर्गठन का क्या प्रभाव है? कितने प्रतिशत ग्राहक ऋण पुनर्गठन के लिए कहते हैं? आपने कितना प्रावधान किया है और क्या अतिरिक्त प्रावधान की भी कोई योजना है?
हमने ऋण पुनर्गठन को अपने एयूएम के 3 फीसदी तक सीमित रखा है। वर्तमान प्रावधान ऋण पुनर्गठन पोर्टफोलियो के लिए पर्याप्त है। हमें अतिरिक्त प्रावधान करने की आवश्यकता नहीं है।
सितंबर में सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए में कमी दर्ज की गई है। वैश्विक महामारी के बावजूद आपने इसे कैसे कम किया? आगे एनपीए की स्थिति कैसी रहेगी?
मोहलत के बाद की अवधि में अधिकतर ग्राहकों ने सितंबर 2020 में भुगतान किया और इसलिए सितंबर 2020 में एनपीए का स्तर कम हुआ। हमें अपने एनपीए को मौजूदा स्तरों पर बनाए रखने में समर्थ रहेंगे क्योंकि हमारे ग्राहक वर्तमान कारोबारी माहौल में राजस्व अर्जित करने में समर्थ हैं। किसी भी एनपीए पोर्टफोलियो को बेचने की हमारी कोई मंशा नहीं है।
आगे के परिदृश्य के लिए आपका नजरिया क्या है? क्या आप रकम जुटाने की कोई योजना बना रहे हैं?
हमारे ग्राहक अपने वाहन/ उपकरण के मालिक हैं और उसका संचालन करते हैं। हमारा मानना है कि उनके पास पर्याप्त कारोबार है और वे राजस्व अर्जित करने में सक्षम है। इसलिए हम व्यक्तिगत मालिक/ छोटे रोड ट्रक ऑपरेटर (एसटीआरओ) से अपेक्षा करते हैं कि वे अपनी कारोबारी गतिविधियां बढ़ाते रहेंगे और उनके साथ-साथ हम भी वृद्धि जारी रखेंगे। रकम जुटाने की हमारी कोई योजना नहीं है।