प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के बीच अशोक लीलैंड ने चीन की अग्रणी बैटरी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शामिल सीएएलबी समूह के साथ विशेष दीर्घकालिक साझेदारी की है। हिंदुजा समूह की प्रमुख भारतीय कंपनी और देश की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता अशोक लीलैंड ने सोमवार को कहा कि वह अगली पीढ़ी की बैटरियों के विकास और विनिर्माण में निवेश की योजना बना रही है। इनमें वाहन और गैर-वाहन दोनों तरह के ही अनुप्रयोगों वाली बैटरियां शामिल होंगी। इनमें ऊर्जा भंडारण प्रणालियां भी शामिल हैं।
अशोक लीलैंड ने बयान में कहा कि इस कारोबार में अगले 7 से 10 वर्षों के दौरान 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। कंपनी ने कहा कि इसमें भारत में बैटरी के स्थानीयकरण में निवेश भी शामिल है। इस कदम से न केवल अशोक लीलैंड और उसकी सहायक कंपनी स्विच के अपने इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलिया के लिए बल्कि समूचे वाहन क्षेत्र के साथ-साथ ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में भी निजी उपभोग से इतर मांग को आपूर्ति उपलब्ध होगी।
अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा, ‘अशोक लीलैंड सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप भारत में पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सीएएलबी के साथ हमारी यह रणनीतिक साझेदारी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने में तेजी लाने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने के लिए स्थानीय स्तर पर बैटरी आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में अहम कदम है।’
इसे देश में इलेक्ट्रिफिकेशन पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने की कंपनी की महत्त्वाकांक्षा की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है। यह सरकार के पर्यावरण अनुकूल और हरित अर्थव्यवस्था बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी शेनु अग्रवाल ने कहा, ‘शुरुआती चरण में यह नया बैटरी कारोबार वाहन क्षेत्र पर ध्यान देगा। फिर ऊर्जा भंडारण प्रणालियों सहित गैर-वाहन क्षेत्रों की दिशा में बढ़ेगा। अनुसंधान और विकास के केंद्र के रूप में कार्य करने, बैटरी सामग्री, रीसाइक्लिंग, बैटरी प्रबंधन प्रणालियों और आधुनिक विनिर्माण प्रक्रियाओं में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र बनाया जाएगा।’
कंपनी ने बयान में कहा कि यह साझेदारी अशोक लीलैंड और हिंदुजा समूह की इलेक्ट्रिफिकेशन के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता में एक और बड़ा कदम है। इसमें इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी-एज-ए-सर्विस, चार्जिंग उपकरण, वाहन वित्तीय सहायता एवं लीज और अन्य क्षेत्रों में निवेश शामिल है।