कंपनियां

रिलायंस AGM में अनंत अंबानी का पदार्पण, तेल-गैस कारोबार की कमान संभालने का ऐलान

उन्होंने कंपनी के विशाल तेल, गैस और पेट्रोकेमिकल साम्राज्य की कमान संभाली और अपना विजन पेश किया।

Published by
देव चटर्जी   
Last Updated- August 31, 2025 | 9:24 PM IST

अरबपति मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की वार्षिक आम बैठक में सुर्खियों में आए। पहली बार कार्यकारी निदेशक के रूप में उन्होंने कंपनी के विशाल तेल, गैस और पेट्रोकेमिकल साम्राज्य की कमान संभाली और अपना विजन पेश किया।

आरआईएल के चेयरमैन 68 वर्षीय मुकेश अंबानी ने अपने बेटे के पदार्पण का मंच तैयार किया। चेयरमैन ने ऑनलाइन बैठक में शेयरधारकों से कहा, ‘यह पहली बार है जब वह रिलायंस की एजीएम में आपको संबोधित कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आप सबकी तरह मैं भी हमारे मंच पर उन्हें पदार्पण करते हुए देखकर उत्साहित हूं।’

30 वर्षीय अनंत ने रिलायंस के पारंपरिक ऊर्जा कारोबार के लिए अपना महत्त्वाकांक्षी दृष्टिकोण पेश किया। यह ऐसा क्षेत्र है जिसने दशकों से कंपनी को परिभाषित किया है। लेकिन वैश्विक ऊर्जा परिवर्तनों और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के बीच यह तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अनंत के पदार्पण ने रिलायंस में पीढ़ीगत बदलाव का साफ-साफ संकेत दिया और अंबानी की नई पीढ़ी के हर सदस्य ने अपने नेतृत्व वाले क्षेत्र की कमान संभाली।

वर्तमान योजना के अनुसार जहां 33 वर्षीय आकाश अंबानी आईपीओ की तैयारी में जुटी रिलायंस जियो के दूरसंचार और डिजिटल कारोबारों का नेतृत्व करेंगे, वहीं उनकी जुड़वां बहन ईशा खुदरा तथा उपभोक्ता उत्पादों को संभालेंगी। अनंत को रिलायंस के परंपरागत ऊर्जा साम्राज्य के संरक्षक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। इसमें तेल, गैस, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल और स्वच्छ ईंधन की धुरी शामिल है।

आकाश अंबानी ने जून 2022 में रिलायंस जियो के चेयरमैन का पदभार संभाला था। वर्तमान में रिलायंस रिटेल वेंचर्स की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी अगस्त 2023 में आकाश के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल हुई थीं। अनंत को आरआईएल के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल इस साल मई में शुरू हुआ। तीनों भाई-बहनों को दुनिया भर से नियुक्त अपने-अपने क्षेत्रों के अनुभवी लोगों ने तैयार किया है।

अरबपति अंबानी परिवार के पास जियो फाइनैंशियल सर्विसेज (जेएफएस) में भी आधी हिस्सेदारी है। यह सूचीबद्ध कंपनी है और तेजी से बढ़ते ऋण, बीमा, म्युचुअल फंड और धन प्रबंधन कारोबरों में प्रवेश कर रही है। ईशा अंबानी वर्तमान में जेएफएस के निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक हैं।

रिलायंस की वार्षिक आम बैठक में अनंत ने अपने बड़े भाई-बहनों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के संबंध में प्रस्तुतियां दिए जाने के बाद कंपनी के तेल, गैस और स्वच्छ ऊर्जा कारोबारों के भविष्य की रूपरेखा पेश की। अंबानी ने कहा, ‘हमारा अन्वेषण और उत्पादन कारोबार भारत की ऊर्जा सुरक्षा की आधारशिला है। यह देश के प्राकृतिक गैस उत्पादन में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है।’ इस कारोबार ने वित्त वर्ष 2025 में इस अनुभाग से रिकॉर्ड आय दर्ज की।

अनंत ने रिलायंस की जैव ऊर्जा क्षेत्र की महत्त्वाकांक्षाओं की भी विस्तृत जानकारी दी और इसे किसानों को ऊर्जा उत्पादकों के रूप में सशक्त बनाने का ‘स्पष्ट मिशन’ बताया। अनंत ने निवेशकों को बताया, ‘इस साल हम 5 लाख टन की वार्षिक क्षमता वाले 55 सीबीजी संयंत्र बना रहे हैं। हमारा लक्ष्य साल 2030 तक 500 से ज्यादा सीबीजी संयंत्रों तक विस्तार करना है।’

अन्वेषण और अक्षय ऊर्जा के अलावा अनंत ने रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स के बारे में भी विस्तार से बात की, जिन्हें लंबे समय से रिलायंस का नकदी इंजन माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘हमारी रिफाइनरियों ने वित्त वर्ष 2025 में रिकॉर्ड 7.22 करोड़ टन कच्चे तेल का प्रसंस्करण किया।’

First Published : August 31, 2025 | 9:24 PM IST