एयर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) आलोक सिंह 1 जनवरी से एयर इंडिया (Air India) की किफायती लागत वाली विमानन सेवा के कारोबार प्रमुख होंगे। वहीं एयर एशिया के मौजूदा मुख्य कार्याधिकारी सुनील भास्करन विमानन कंपनी की नई प्रशिक्षण एकेडमी का नेतृत्व करेंगे।
कंपनी ने कहा कि यह निर्णय संगठनात्मक रूप से सुधार के लिए लिया गया है। टाटा समूह वर्तमान में चार विमानन कंपनियां चलाता है – एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयरएशिया इंडिया और विस्तारा। समेकन के हिस्से के रूप में एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयरएशिया इंडिया को एक कम लागत वाली विमानन सेवा के लिए विलय किया जाएगा। विस्तारा का भी एयर इंडिया में विलय कर एकल पूर्ण सेवा वाहक बनाया जाएगा। ये दोनों विलय विनियामक अनुमोदन की प्रतीक्षा कर रहे हैं और वर्तमान में चारों विमानन सेवाएं अलग-अलग काम करती हैं।
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एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने आंतरिक संचार में विलय पूरा होने तक दोनों विमानन कंपनियों (एयर इंडिया और एयर एशिया) में नियामकीय जरूरत के हिसाब से पदधारक रहेंगे। पर अभी सिर्फ एक सीईओ होगा, जिससे प्रकिया में जरूरी स्पष्टता और जवाबदेही आएगी। सिंह एक जनवरी, 2023 से एयर इंडिया किफायती सेवा (एलसीसी) एयरलाइन के सीईओ का पदभार संभालेंगे। एयरएशिया इंडिया के वर्तमान सीईओ सुनील भास्करन एक नई पहल – विमानन प्रशिक्षण अकादमी का नेतृत्व संभालेंगे।