प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
तीन साल पुरानी एयरलाइन कंपनी अकासा एयर से एक बड़ी खबर सामने आई है। कंपनी की को-फाउंडर और इंटरनेशनल ऑपरेशंस की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नीलू खत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को अकासा एयर ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की। बयान में कहा गया कि नीलू ने अपने करियर में नई दिशा तलाशने का फैसला किया है। हालांकि, उनके भविष्य के प्लान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
नीलू खत्री अकासा एयर की शुरुआत करने वाली टीम का अहम हिस्सा थीं। यह एयरलाइन 7 अगस्त 2022 को शुरू हुई थी और नीलू कंपनी की एग्जीक्यूटिव कमेटी में भी शामिल थीं। उनके जाने से कंपनी को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वह शुरुआत से ही अकासा के विजन को साकार करने में जुटी थीं। कंपनी ने उनके योगदान की तारीफ करते हुए कहा, “नीलू ने हमारे सपने को हकीकत में बदलने में बड़ी भूमिका निभाई। हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
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पिछले कुछ महीनों में अकासा एयर में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। अगस्त में कंपनी ने प्रेमजी इन्वेस्ट और क्लेपॉन्ड कैपिटल जैसे निवेशकों से फंड जुटाया था। इसके अलावा, हाल ही में कुछ और बड़े अधिकारियों के कंपनी छोड़ने की खबरें भी आई थीं। फिर भी, अकासा ने साफ किया कि नीलू के इस्तीफे का असर उनके इंटरनेशनल ऑपरेशंस या विस्तार की योजनाओं पर नहीं पड़ेगा।
अकासा एयर इस समय तेजी से बढ़ रही है। अगस्त के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 5.4 फीसदी है। इसके पास 30 बोइंग 737 मैक्स विमान हैं, जो 24 घरेलू और छह अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरते हैं। जुलाई में कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी अंकुर गोयल ने बताया था कि अकासा अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर कर रही है और 2032 तक अपने बेड़े में 226 विमान शामिल करने का लक्ष्य रखती है।
नीलू के अलावा अकासा के अन्य को-फाउंडर्स में आदित्य घोष, आनंद श्रीनिवासन, बेलसन कुटिन्हो, भविन जोशी और प्रवीण अय्यर शामिल हैं। कंपनी की कमान संस्थापक और सीईओ विनय दुबे के हाथों में है। नीलू के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, लेकिन अब सबकी नजर इस बात पर है कि अकासा अपने बढ़ते कदमों को कैसे और मजबूत करती है।