विमान बनाने वाली कंपनियां अपने नवीनतम विमानों को एयर इंडिया के बेड़े में शामिल कराने की जुगत में लगी हैं। एयर इंडिया का हाल ही में निजीकरण किया गया है और टाटा समूह ने उसे खरीदा है। यूरोप की एरोस्पेस दिग्गज एयरबस ने आज कहा कि वह लंबी दूरी की यात्रा के लिए एयरबस ए350-900 विमान बेचने की बात एयर इंडिया से कर रही है। चौड़ी बॉडी वाला यह विमान भारत से अमेरिका की सीधी उड़ान भर सकता है। यह मार्ग सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा कमाई वाला है। एयर इंडिया के पास 141 विमानों का बेड़ा था, जिसमें संकरी और चौड़ी बॉडी वाले एयरबस और बोइंग विमान हैं। सरकार ने उनमें से 118 विमान टाटा टाटा को सौंप दिए थे। एयरबस के भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष रेमी मेलार्ड ने कहा, ‘बिल्कुल। हम उनसे बात कर रहे हैं। एयर इंडिया के नए मालिक – टाटा- पहले से ही एयरबस के ग्राहक हैं। टाटा समूह के पास विस्तारा और एयर एशिया इंडिया विमानन कंपनी हैं। दोनों एयरबस की ग्राहक हैं। ऐसे में टाटा समूह के साथ हमारा पुराना, भरोसेमंद और सम्माजनक संबंध है।’
ए350-900 में आम तौर पर 30 से 350 यात्रियों के बैठने की क्षमता होती है और यह 15,000 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है। ए350-1000 में 350 से 410 यात्रियों की क्षमता है और यह बिना रुके अधिकतम 16,100 किलोमीटर की उड़ान भर सकता है। सूत्रों ने कहा कि एयरबस की प्रतिस्पर्धी अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग भी अपने 787-9 और 777 विमानों को भारत में बेचने की कवायद कर रही है। विमानों का ठेका हासिल करने के लिए विमान विनिर्माताओं के बीच कड़ी होड़ दिख सकती है। एयरबस का भारत में संकरी बॉडी वाले विमानों में वर्चस्व है और इसके ए320 और ए321 की सबसे बड़ी ग्राहक इंडिगो है। इसी तरह चौड़ी बॉडी वाले विमानों में बोइंग का दबदबा है। एयर इंडिया और विस्तारा दोनों के पास बाइंग 787 और 777 विमान हैं।