एयर इंडिया ने रविवार को कहा कि उसके वाइडबॉडी बेड़े का रेट्रोफिटिंग यानी कायाकल्प कार्य अक्टूबर 2028 तक पूरा हो जाएगा। यह कार्य पिछले महीने शुरू हुआ है और एयरलाइन के 40 करोड़ डॉलर के फ्लीट अपग्रेड प्रोग्राम का हिस्सा है जिसका उद्देश्य बेहतर उड़ान अनुभव प्रदान करना और परिचालन विश्वसनीयता बढ़ाना है।
पहले 26 बोइंग 787-8 एयरक्राफ्ट (वीटी-एएनटी) ने जुलाई में कैलिफोर्निया के विक्टरविले में बोइंग के कारखाने के लिए उड़ान भरी थी। दूसरा विमान इसी साल अक्टूबर में वहीं के लिए रवाना होगा। कायाकल्प और नए फीचर्स के साथ दोनों विमानों के दिसंबर में सेवा में वापस आ जाने की उम्मीद है। इन नए बदलावों में बिजनेस, प्रीमियम इकॉनमी और इकॉनमी सहित थ्री-क्लास कॉन्फीगुरेशन के नए इंटीरियर, आधुनिक इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम्स, नए पर्दे, कालीन, शौचालय और गैली शामिल हैं।
12 जून को लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक बी787 विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार 242 लोगों में से 241 और जमीन पर 19 लोगों की मौत हो गई थी।
पिछले महीने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया था कि उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान के ईंधन नियंत्रण स्विच बंद हो गए जिससे दोनों इंजनों में आग लग गई। स्विच हिलने और बंद होने का कारण एएआईबी की अंतिम रिपोर्ट में पता चल पाएगा।
एयर इंडिया ने रविवार को कहा कि उसके 27 पुराने एयरबस ए320 नियो विमानों के लिए नैरोबॉडी रेट्रोफिटिंग कार्यक्रम (जो सितंबर 2024 में शुरू हुआ था) निर्धारित समय के अनुसार चल रहा है और सितंबर 2025 में पूरा हो जाएगा। अब तक 15 विमानों को अपग्रेड किया जा चुका है, जिनमें से 15वां विमान 9 अगस्त को और 16वां विमान 11 अगस्त को सेवा में वापस आ जाएगा।
एयर इंडिया ने कहा है कि सभी वाइडबॉडी विमानों के नवीनीकरण का कार्य अक्टूबर 2028 तक पूरा हो जाएगा।